महराजगंज में 3.10 लाख किसानों की नहीं हो पाई फार्मर रजिस्ट्री
3.87 लाख के सापेक्ष महज 76 हजार ने ही कराई रजिस्ट्री, सम्मान निधि से वंचित हो सकते हैं किसान, 31 जनवरी तक सभी किसानों को पूरी करा लेनी है यह प्रक्रिया।

जन एक्सप्रेस/महराजगंज। यूपी के जनपद महराजगंज में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि समेत अन्य कृषि विभाग की योजनाओं के लिए किसानों को अब बिना फार्मर रजिस्ट्री के लाभ नहीं मिल पाएगा। शासन ने इसके लिए पहले 31 दिसंबर तक अंतिम तिथि घोषित की थी, लेकिन अभी तक मात्र 76 हजार किसानों ने ही रजिस्ट्री कराई है। इस तरह 3.10 लाख किसान ऐसे हैं, जिनकी यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है।
जनपद में कुल 387237 किसानों की फार्मर रजिस्ट्री कराने का लक्ष्य है। इनमें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ सभी को दिया जा रहा है। इसके तहत उनको दो हजार रुपये प्रत्येक तीन माह के अंतर से दिए जाते हैं, जो सीधे किसानों के खाते में भेजी जाती है।
इसके साथ ही कृषि विभाग से मिलने वाली अन्य योजनाओं के लाभ के लिए किसानों को फार्मर रजिस्ट्री कराना शासन ने अनिवार्य कर दिया है। बिना इसके अब किसी भी किसान को पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं दिया जाएगा। 18 नवंबर से फार्मर रजिस्ट्री की प्रक्रिया को शुरू किया गया है, जिसे पहले 31 दिसंबर तक तय किया गया है, लेकिन अब इसकी तिथि में बढ़ोत्तरी करते हुए 31 जनवरी को अंतिम तिथि घोषित कर दी गई है।
उपकृषि निदेशक वीरेंद्र कुमार ने बताया कि जनपद के प्रत्येक किसान की फार्मर रजिस्ट्री होगी। किसान स्वयं भी मोबाइल एप फार्मर रजिस्ट्री यूपी को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करके कर सकते हैं। यह प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही पात्र किसान को पीएम किसान सम्मान निधि की किस्त मिल सकेगी।
कृषक रजिस्ट्री के लाभ
फार्मर रजिस्ट्री होने के बाद कृषकों को सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ सुगम और पारदर्शी तरीके से उपलब्ध हो सकेगा। कृषकों को ऋण, केसीसी आदि बिना कठिनाई के सुगमता से मिल सकेगी। फसल बीमा का लाभ प्राप्त करने में आसानी होगी। इसके अलावा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद में कृषकों का पंजीकरण आनलाइन माध्यम से हो सकेगा। कृषकों को विभिन्न संस्थाओं वैज्ञानिकों इत्यादि से आवश्यक परामर्श समय से मिल सकेगा।
यह है फार्मर रजिस्ट्री
फार्मर रजिस्ट्री के तहत किसान विवरण तैयार कर डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में संकलित किया जाएगा। इसके लिए किसानों की उपलब्ध भूमि का सत्यापन आधार सीडिंग, किसानों की ई-केवाईसी की जाएगी। किसान की सहमति प्राप्त की जाएगी। इसके लिए किसान वेब पोर्टल https://upfr.agristack.gov.in व मोबाइल एप फार्मर रजिस्ट्री यूपी के माध्यम से स्वयं रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे। इसके अलावा किसान जन सुविधा केंद्र पर जाकर अपना आधार कार्ड, उससे लिंक मोबाइल नंबर एवं जमीन की लेकर अपना फार्म रजिस्ट्री में दर्ज करा सकते हैं।
फार्मर रजिस्ट्री में प्रदेश में जिले को चौथा स्थान
जिले में मात्र 19.75 प्रतिशत किसानों की ही फार्मर रजिस्ट्री हो सकी है। बावजूद इसके जिला प्रदेश में चौथे स्थान पर है। लक्ष्य के सापेक्ष 43.63 प्रतिशत रजिस्ट्री के साथ रामपुर प्रदेश में पहले स्थान पर है। वहीं 25.92 प्रतिशत के साथ फर्रुखाबाद दूसरे और 20.54 प्रतिशत रजिस्ट्री के साथ पीलीभीत तीसरे स्थान पर है।
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