जी-20 : दूसरे दिन कृषि अनुसंधान एवं विकास में सार्वजनिक निजी भागीदारी पर मंथन
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में चल रही जी-20 की एग्रीकल्चर वर्किंग ग्रुप की तीन दिवसीय बैठक के दूसरे दिन मंगलवार को विशेषज्ञ कृषि अनुसंधान एवं विकास में सार्वजनिक निजी भागीदारी पर गहन मंथन कर रहे हैं। बैठक में पोषण युक्त खाद्य पदार्थ, खाद्य सुरक्षा और जलवायु के अनुकूल खेती पर भी मंथन चल रहा है।
नदेसर स्थित एक होटल में आयोजित इस बैठक में डिजिटल एग्रीकल्चर एंड सस्टेनेबल एग्री वैल्यू चेन पर भारत समेत दुनिया के 20 विकासशील देशों के प्रतिनिधियों ने विचार-विमर्श किया। डिजिटल, कृषि, अनाज की बर्बादी रोकने एवं पानी की खपत कम करने के डिजिटल टेक्नोलॉजी सहित अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हो रही है।
बैठक के अगले सत्र में आज पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप इन एग्रीकल्चर आरएंडडी: पर्सपेक्टिव फ्रॉम डेवलप्ड एंड डेवलपिंग कन्ट्रीज पर चर्चा होगी। बैठक के बाद विभिन्न देशों के प्रतिनिधि शाम को भगवान बुद्ध की तपस्थली सारनाथ का भ्रमण करेंगे। प्रतिनिधियों का स्वागत बुद्ध थीम पार्क में मसक बीन एवं शैला लोकनृत्य से होगा।
उल्लेखनीय है कि है कि वाराणसी में हो रही यह बैठक भारत की अध्यक्षता में जी-20 की 100वीं बैठक है। बैठक का उद्घाटन सोमवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल (रिटा.) डॉ. वीके सिंह ने किया था। बैठक में जी-20 के सदस्य देशों- ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, कोरिया गणराज्य, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, यूएसए के प्रतिनिधि और यूरोपीय संघ के अलावा आमंत्रित अतिथि देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।