एमएसपी के विरोध में उतरे गल्ला व्यापारी, दो दिवसीय हड़ताल पर

उरई। लिमिट घटाकर पांच करोड़ करने व एमएसपी समेत कई मुद्दों से नाराज जिले भर के गल्ला व्यापारी गुरुवार से दो दिवसीय हड़ताल पर चले गए। पहले दिन गल्ला मंडियों को बंद रखा गया। इस दौरान व्यापारियों ने विरोध प्रदर्शन कर सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया। उन्होंने अल्टीमेटम दिया कि अगर शुक्रवार तक सरकार ने सुध नहीं ली तो व्यापारी अनिश्चिकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। वैसे हड़ताल के चलते पहले दिन 25 करोड़ का लेनदेन प्रभावित रहा।
उरई में गुरुवार को बुंदेलखंड अध्यक्ष प्रदीप महेश्वरी के नेतृत्व में सारे व्यापारियों ने गल्ला मंडी को बंद रखा। मंडी में जितनी भी आढ़त हैं, सब में ताले लगे रहे। इसके चलते पूरे दिन सन्नाटा पसरा रहा। जब किसान माल बेचने के लिए मंडी लेकर पहुंचे तो हड़ताल की खबर सुन मायूस लौट गए। पल्लेदार भी हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे।
हड़ताल के पहले दिन अध्यक्ष श्रवण गुप्ता, केदार भारद्वाज, अरविंद पटैरिया, उदय सिंह टिमरो, रविंद्र करमेर, अतुल गुप्ता, वीरेंद्र परिहार, महावीर गुप्ता, अनूप लखौटिया, संतोष गुप्ता, भोले राजपूत, बृजेश गुप्ता, रमेश नगाइच आदि डटे रहे।
सरकार की कार्यशैली से नाराज व्यापरियों ने विरोध प्रदर्शन कर आवाज बुलंद की व्यापारियों ने बताया कि पहले दस करोड़ रुपये लिमिट थी। इसे सरकार ने घटाकर पांच करोड़ कर दिया। इससे व्यापार में दिक्कतें होगी। वहीं, टैक्स भी अब बढ़ जाएगा।