अवैध ब्लास्टिंग से कांपा गोंडा गांव, खनन माफिया बेलगाम, कब रुकेगा धमाका?

जन एक्सप्रेस भरतकूप (चित्रकूट)।भरतकूप क्षेत्र के गोंडा गांव में सोमवार शाम उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब गांव के ऊपर अचानक पत्थरों की बारिश होने लगी। वजह थी खनन माफियाओं द्वारा की जा रही अवैध और खतरनाक ब्लास्टिंग, जिसमें चार इंची होल करके ज़मीन को चीरते हुए इतने ज़ोर का धमाका किया गया कि उड़ते हुए पत्थर गांव के घरों और सड़कों तक जा गिरे। गनीमत रही कि कोई जान नहीं गई, लेकिन कई घरों की छतों को नुकसान हुआ और पूरा गांव दहशत में आ गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि ये ब्लास्टिंग गाटा संख्या 1078, खंड 23 पर स्थित रज्जन शर्मा की खदान में की जा रही थी।
“आसमान से बरसे पत्थर, छतों में सुराख – खौफ में बच्चे, महिलाओं में चीख-पुकार”
घटना के समय ग्रामीण अपने रोज़मर्रा के कामों में लगे थे, लेकिन अचानक आसमान से पत्थर गिरने लगे। लोग समझ नहीं पाए कि हुआ क्या है – कुछ सेकंड में ही गांव का माहौल डर और चीखों में तब्दील हो गया। बच्चों ने रोना शुरू कर दिया, महिलाएं घरों से बाहर भागने लगीं। कुछ मकानों की छतों में दरारें आ गईं, तो कुछ घरों की दीवारों पर उड़े पत्थरों के टुकड़े लगे। लोगों का कहना है कि यह कोई पहली घटना नहीं है – कई बार पहले भी ऐसा हो चुका है, लेकिन प्रशासन ने अब तक आंखें मूंद रखी हैं।
“धरती हिली, दीवारें टूटीं, प्रशासन फिर भी सोया है!”
ग्रामीणों का गुस्सा अब सड़कों पर आने को है। लोगों ने साफ कहा है कि अगर अबकी बार सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे। सवाल ये है कि जब सरकार अवैध खनन पर सख्ती की बात करती है, तो भरतकूप जैसे इलाकों में माफिया इतने बेखौफ कैसे हैं? प्रशासन की चुप्पी अब खतरनाक होती जा रही है। ये घटना सिर्फ पत्थरों की बारिश नहीं, प्रशासन की लापरवाही का खुला सबूत है। अब देखना ये होगा कि अफसरान जागेंगे या फिर अगली बार कोई बड़ी जानलेवा घटना ही उन्हें नींद से जगाएगी।