बुंदेलखंड को झांसी-जालौन लिंक एक्सप्रेसवे की सौगात
जन एक्सप्रेस/झांसी: योगी सरकार ने बुंदेलखंड के विकास को नई गति देने के लिए झांसी और जालौन को जोड़ने वाले 115 किलोमीटर लंबे लिंक एक्सप्रेसवे की घोषणा की है। यह एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे के बाद क्षेत्र में औद्योगिक और कनेक्टिविटी सुधार की दिशा में एक और बड़ा कदम है। करीब 1300 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह एक्सप्रेसवे प्रारंभ में चार लेन का होगा और भविष्य में इसे छह लेन तक विस्तारित किया जाएगा।
औद्योगिक विकास को मिलेगा बढ़ावा
यह लिंक एक्सप्रेसवे क्षेत्र के औद्योगिक इकोसिस्टम को और सुदृढ़ करेगा। झांसी और कानपुर के बीच प्रस्तावित 36,000 एकड़ में बनने वाले औद्योगिक शहर और झांसी के डिफेंस कॉरिडोर के नोड्स को इससे सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) के गठन से क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, ललितपुर में विकसित हो रहे फार्मा पार्क और क्षेत्र के सोलर पार्क जैसी परियोजनाओं को भी इस एक्सप्रेसवे से गति मिलेगी।
चित्रकूट के पर्यटन और धार्मिक महत्व को बल
चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे के बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जुड़ने से धार्मिक और पर्यटन स्थलों की आवाजाही सुगम होगी। भगवान श्रीराम से जुड़े इस क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार और आर्थिक लाभ मिलेगा। इसके साथ ही, चित्रकूट को हवाई और सड़क दोनों माध्यमों से जोड़ा जा चुका है, जो क्षेत्र के समग्र विकास में सहायक साबित होगा।
पानी और पलायन की समस्या का समाधान
बुंदेलखंड में औद्योगिक विकास के साथ-साथ पानी की समस्या का समाधान भी सरकार की प्राथमिकताओं में है। अर्जुन सहायक नहर परियोजना और केन-बेतवा लिंक जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स से क्षेत्र में खेती और पीने के पानी की समस्या का समाधान होगा। इन प्रयासों से न केवल पलायन रुकेगा बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।