लखीमपुर खीरी ने रचा इतिहास: एक महीने में बने 1030 तालाब
जिलाधिकारी सीडीओ ने दिलाया इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में स्थान!

जन एक्सप्रेस/लखीमपुर खीरी/लखनऊ : जल संरक्षण और पर्यावरण सुधार की दिशा में लखीमपुर खीरी ज़िले ने वो कर दिखाया है, जो अब तक सिर्फ एक सपना लगता था। ज़िले की प्रशासनिक जोड़ी जिलाधिकारी आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल और मुख्य विकास अधिकारी आईएएस अभिषेक कुमार के मार्गदर्शन और नेतृत्व में, ज़िले में सिर्फ 30 दिनों में 1030 तालाबों का निर्माण कर एक नया राष्ट्रीय कीर्तिमान स्थापित किया गया है।
इस अभूतपूर्व उपलब्धि को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज़ किया गया है, जिससे पूरे उत्तर प्रदेश के साथ-साथ देश भर में लखीमपुर खीरी का नाम रोशन हुआ है।
नेतृत्व ने दिखाई दूरदृष्टि
इस अभियान के पीछे जहां जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल की सख्त निगरानी और रणनीतिक सोच रही, वहीं सीडीओ अभिषेक कुमार ने ज़मीनी स्तर पर मोर्चा संभालते हुए पंचायतों, ग्राम प्रधानों, अधिकारियों और श्रमिकों को एकजुट कर के इस कार्य को जनआंदोलन में बदल दिया।
पानी बचाओ, भविष्य बचाओ
अभियान का मकसद सिर्फ रिकॉर्ड बनाना नहीं था, बल्कि ग्राम स्तर पर जल संचयन, कृषि सिंचाई, मिट्टी संरक्षण और ग्राम्य आजीविका सुधार को बढ़ावा देना था। हर तालाब को जीपीएस से मैप किया गया है और इसे मनरेगा जैसी योजनाओं से जोड़ा गया है, जिससे रोज़गार के भी नए अवसर पैदा हुए हैं।
प्रदेश बना गौरवान्वित
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस पहल की प्रशंसा करते हुए कहा, “लखीमपुर खीरी का यह मॉडल अब प्रदेश के अन्य ज़िलों के लिए प्रेरणा बनेगा।”
यह सिर्फ रिकॉर्ड नहीं — यह ग्रामीण पुनर्जागरण की शुरुआत है।
लखीमपुर खीरी ने दिखाया कि इच्छाशक्ति, जनसहभागिता और प्रभावशाली नेतृत्व से बदलाव संभव है।






