:जौनपुरउत्तर प्रदेशजौनपुरराज्य खबरें

ईटहिया मेले में झूला बना मौत! प्रशासन सवालों के घेरे में

मेले में एक हफ्ते में दूसरा हादसा: ब्रेक डांस झूला ने ली एक व्यक्ति की जान

जन एक्सप्रेस/महराजगंज: जनपद के ठूठीबारी कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत ईटहिया सावन मेले के मनोरंजन क्षेत्र में जिम्मेदारों की लापरवाही से एक फिर बड़ा हादसा हुआ है। शनिवार को बेकाबू ब्रेक डांस झूला से एक युवक नीचे गिर गया। जिसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। इस दौरान जो दृश्य सामने आया उसने उपस्थित लोगों की सांसे रोक दी। घटना के बाद मेले में अफरा-तफरी मच गई। ऐसे में एक बार फिर मेला प्रशासन की लापरवाही सवालों के घेरे में आ गई है।
मिली जानकारी के अनुसार, मृतक की पहचान भारत से सटे पड़ोसी राष्ट्र नेपाल के नवलपरासी जिला अंतर्गत सुस्ता वार्ड संख्या 5 निवासी विवेक पोखरेल के रूप में हुई है। शनिवार दोपहर करीब एक बजे वह ईटहिया मेले में ब्रेक डांस झूले का आनंद ले रहा था, तभी झूले की तेज़ रफ्तार के दौरान उसका संतुलन बिगड़ गया और वह नीचे जा गिरा। इस हादसे में उसके सिर और शरीर पर गंभीर चोटें आईं। स्थानीय लोगों की मदद से घायल युवक को तत्काल निचलौल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। हैरानी की बात यह है कि महज एक हफ्ते पहले इसी मेले में ‘मौत का कुआं’ नामक झूले पर करतब दिखाते समय भी एक युवक गिरकर गंभीर रूप से घायल हुआ था। लेकिन इसके बावजूद प्रशासन ने न तो कोई जांच की और न ही मेले की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई सख्त कदम उठाया। इसको लेकर तहसील प्रशासन एक बार फिर सवालों के घेरे में नजर आ रहा है।
जबकि स्थानीय लोगों ने हादसे को लेकर भारी नाराजगी जताई है। लोगो का कहना है कि झूले लगाने वाले संचालकों को सुरक्षा मानकों का पालन करवाया जाना चाहिए और प्रशासन को इस ओर गंभीरता दिखानी चाहिए। लोगों ने मांग की है कि मेले में लगाए जाने वाले झूलों की तकनीकी जांच अनिवार्य की जाए और लाइसेंस प्राप्त संचालकों को ही झूले लगाने की अनुमति दी जाए।

मामूली जगह में झूला स्थापित करने को दी गई थी अनुमति, प्रशासन सवालों के घेरे में:
ईटहिया मेले में मनोरंजन के लिए मौत का कुआं, ब्रेक डांस, टॉय ट्रेन, नाव सहित अनेकों प्रकार की झूला स्थापित करने के लिए मेला प्रशासन ने अनुमति दिया था। स्थानीय लोगों के मुताबिक झूला मालिक द्वारा ज्यादा पैसे कमाने के लालच में सुरक्षा मानकों को दरकिनार करते हुए क्षमता से अधिक लोगो को बैठकर ओवरलोडिंग के साथ झूला चलाया जा रहा था, और पैसे वसुली का खेल भी बेखौफ चल रहा था। हैरानी की बात यह है कि महज एक हफ्ते पहले इसी मेले में ‘मौत का कुआं’ नामक झूले पर करतब दिखाते समय भी एक युवक गिरकर गंभीर रूप से घायल हुआ था। इसके बावजूद प्रशासन ने न तो कोई जांच की और न ही मेले की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई सख्त कदम उठाया।इसे लेकर लोगो में आक्रोश व्याप्त हो गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button