
जन एक्सप्रेस देहरादून, संवाददाता: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए महेंद्र भट्ट का दोबारा चयन तय हो गया है। रविवार को प्रदेश मुख्यालय में केवल भट्ट ने ही नामांकन दाखिल किया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि इस पद पर उनका दोबारा चुना जाना अब औपचारिकता मात्र रह गया है।
नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, सांसद अजय भट्ट सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार भट्ट को पार्टी के सभी गुटों का समर्थन प्राप्त है।
चुनाव प्रक्रिया औपचारिक, 1 जुलाई को होगी घोषणा
प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए चुनाव अधिसूचना प्रदेश चुनाव अधिकारी खजान दास ने राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी के. लक्ष्मण के निर्देश पर जारी की। चुनाव प्रक्रिया के तहत रविवार को दोपहर 12 बजे तक नामांकन दाखिल किए गए, जिसके बाद 12 से 2 बजे तक नामांकन पत्रों की जांच की गई। 3 से 4 बजे तक नाम वापसी का समय रखा गया था।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक कुल 125 अधिकृत मतदाता थे, लेकिन एकमात्र नामांकन होने के कारण मतदान की आवश्यकता नहीं पड़ी।
संगठनात्मक नियमों का पालन अनिवार्य
प्रदेश चुनाव अधिकारी ने बताया कि भाजपा के संविधान के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष वही बन सकता है जो कम से कम 10 वर्षों से प्राथमिक सदस्य और 3 वर्षों से सक्रिय सदस्य रहा हो। साथ ही, प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन करने वाले कार्यकर्ता का प्रस्ताव कम से कम एक तिहाई जिलों से आना चाहिए।
राष्ट्रीय परिषद सदस्य भी होंगे चयनित
राष्ट्रीय परिषद सदस्यों का चुनाव भी पार्टी संविधान की उपधारा (2) के अनुसार होगा। प्रदेश परिषद अपने राज्य की लोकसभा सीटों के अनुसार सदस्य निर्वाचित करेगी, जिनमें अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाएगा।
पार्टी में बढ़ता नेतृत्व संतुलन
भट्ट के दोबारा अध्यक्ष बनने से यह संकेत मिलता है कि भाजपा प्रदेश संगठन में संतुलन और स्थायित्व बनाए रखना चाहती है। 2027 विधानसभा चुनाव की तैयारियों को देखते हुए यह नियुक्ति पार्टी के लिए रणनीतिक रूप से अहम मानी जा रही है।






