
जन एक्सप्रेस वडोदरा/आणंद :गुजरात में मंगलवार सुबह एक भीषण सड़क हादसे ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया। वडोदरा के पादरा और आणंद जिले को जोड़ने वाला पादरा-गंभीरा पुल, जो महिसागर (माही) नदी पर बना हुआ था, अचानक ढह गया। हादसे के समय पुल पर कई वाहन मौजूद थे, जिनमें से दो ट्रक, एक बोलेरो और एक जीप सीधे नदी में जा गिरे।अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि पांच अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घटनास्थल पर प्रशासन, पुलिस और रेस्क्यू टीमें पहुंच गई हैं। रेस्क्यू अभियान में स्थानीय गोताखोरों की मदद से नदी में गिरे वाहनों को निकाला जा रहा है।
पुल पर लटका है एक टैंकर
हादसे के वक्त एक बड़ा टैंकर पुल पर आधा लटक गया, जो अब भी वहीं फंसा हुआ है। यदि इसे जल्द सुरक्षित नहीं किया गया, तो और नुकसान की आशंका बनी हुई है। फिलहाल पुल के दोनों छोर सील कर दिए गए हैं और यातायात पूरी तरह बंद कर दिया गया है।
मौके पर भीड़ और अफरा-तफरी
हादसे के बाद आसपास के मुजपुर गांव और अन्य इलाकों से लोग घटनास्थल पर जमा हो गए। हादसे की सूचना मिलते ही 108 एंबुलेंस और पुलिस टीम मौके पर पहुंची और घायलों को नजदीकी अस्पताल भिजवाया गया। प्रशासनिक अमला, राहत व बचाव कार्य में जुटा है।
स्थानीयों ने प्रशासन पर लगाया लापरवाही का आरोप
पुल के ढहने के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिला। ग्रामीणों का कहना है कि इस पुल की स्थिति पिछले कई वर्षों से खराब थी। उन्होंने कई बार प्रशासन को मरम्मत की मांग करते हुए ज्ञापन भी सौंपा, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।स्थानीय निवासी राकेश पटेल ने कहा, “ये हादसा नहीं, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही से हुई हत्या है। अगर समय पर पुल की मरम्मत होती, तो ये जानें बच सकती थीं।”
45 साल पुराना था पुल, नहीं थी भारी यातायात की क्षमता
जानकारी के मुताबिक, यह पुल करीब 45 साल पुराना था और इसकी भौतिक स्थिति काफी जर्जर हो चुकी थी। वडोदरा और आणंद को जोड़ने वाला यह एकमात्र मुख्य मार्ग था, जिस पर भारी ट्रैफिक लगातार गुजरता था। लेकिन इसके रखरखाव की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई।
प्रशासन ने जांच के दिए आदेश पुल टूटने की घटना के बाद गुजरात सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं। पुल निर्माण और मेंटेनेंस विभाग से जुड़े अफसरों से रिपोर्ट तलब की गई है। साथ ही यह भी तय किया जा रहा है कि इस मार्ग पर वैकल्पिक व्यवस्था कब तक तैयार की जा सकती है।






