ढाई साल बाद जेल से रिहा हुए मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी, सियासी बिसात पर नई चाल की तैयारी!

जन एक्सप्रेस/मऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल मचाने वाले मऊ से विधायक अब्बास अंसारी आखिरकार 2 साल 8 महीने बाद जेल से रिहा हो गए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 7 मार्च 2025 को उनकी जमानत मंजूर की थी, जिसके बाद कानूनी प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद उन्हें शुक्रवार को कासगंज जेल से रिहा कर दिया गया। अब्बास की रिहाई ने प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में नई चर्चाओं को जन्म दे दिया है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मिली कानूनी राहत
सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद चित्रकूट कोर्ट ने औपचारिक आदेश जारी किए, जिसके तहत दो जमानतदारों से 2-2 लाख रुपये की जमानत राशि भरवाने के बाद उनकी रिहाई संभव हुई। जेल प्रशासन ने आवश्यक कानूनी औपचारिकताएं पूरी कीं और आखिरकार अब्बास को आजादी मिल गई। उनकी रिहाई को लेकर समर्थकों में खासा उत्साह देखा गया।
मनी लॉन्ड्रिंग और गैंगस्टर एक्ट में फंसे थे अब्बास
अब्बास अंसारी को नवंबर 2022 में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग और गैंगस्टर एक्ट के आरोपों में गिरफ्तार किया था। उन पर अवैध तरीके से धन अर्जित करने और संगठित आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लगे थे। गिरफ्तारी के बाद उन्हें चित्रकूट जेल भेजा गया था, जहां उन्होंने बीते ढाई साल बिताए। अब उनकी रिहाई के बाद आगे की राजनीतिक और कानूनी रणनीति को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।