लालू को सजा दिलाने मे नीतीश और ललन सिंह का हाथ
बिहार: लालू प्रसाद यादव की जमानत के खिलाफ याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई टल गई है। मामले की सुनवाई अक्टूबर में होगी। हालांकि, इसको लेकर राजनीति जारी है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि लालू यादव को बेवजह परेशान किया जा रहा है। वहीं, दूसरी ओर नीतीश के इस बयान पर भाजपा ने पलटवार किया है। केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि नीतीश कुमार के आरोप कि लालू यादव को परेशान किया जा रहा है, पूरी तरह से गलत है। जेडीयू और नीतीश को लालू यादव के खिलाफ अदालत में अपनी टिप्पणी याद रखनी चाहिए। उन्हें उनके खिलाफ अपना मुकदमा पढ़ना चाहिए।
हम भ्रष्टाचार के खिलाफ
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी हमेशा वंशवाद की राजनीति, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण के खिलाफ है। हमने हमेशा उनके द्वारा किए गए भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष किया है। हमारी पार्टी अपने रुख पर कायम है कि जो भी दोषी है, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। ये लोग कभी-कभी कहते हैं कि उनसे ज्यादा भ्रष्ट कोई नहीं है। उसे, लेकिन फिर वे कहते हैं कि वह निर्दोष है, यह काम नहीं करेगा। बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने सीएम नीतीश कुमार पर कहा, “नीतीश कुमार ने ही चारा घोटाले में लालू प्रसाद यादव को जेल भेजा था…नीतीश कुमार ने हमें (बीजेपी) छोड़ दिया क्योंकि वह पीएम बनना चाहते थे।घड़ियाली आंसू बहा रहे
पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि चारा घोटाले में लालू प्रसाद को जेल भेजने से लेकर सजा दिलाने तक नीतीश कुमार और ललन सिंह ने जो सक्रियता दिखायी, उसके लिए क्या वे लालू परिवार से माफी मांगेंगे?