उत्तर प्रदेश

पिछङे दलित भाजपा के लिए सिर्फ चुनावी हिन्दू-लौटनराम निषाद

सपा ने पीडीए संवाद कार्यक्रम में 10 वनाम 90 की लड़ाई बताया

जन एक्सप्रेस/सुल्तानपुर : समाजवादी पार्टी पिछड़ावर्ग प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चौ.लौटनराम निषाद ने टाटिया नगर, बल्लीपुर, सैदपुर में पीडीए संवाद कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिस भाजपा ने मंडल कमीशन या ओबीसी के 27 प्रतिशत आरक्षण कोटा के विरोध में कमंडल यात्रा निकाला,भला वह भाजपा पिछङों की हितैषी कैसे हो सकती है? क्या बिल्ली से दूध की व जंगली कुत्ते से मेमना की रखवाली सम्भव है? उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ चुनावी लाभ व वोट के लिए निषाद, लोधी,कश्यप,बिन्द,केवट,राजभर, चौहान,प्रजापति,पाल,कुशवाहा, मौर्य,गूजर,विश्वकर्मा,नाई,बारी,कोरी,पासी,कोल,कानून,भुर्जी,साहू,तेली, कलवार,वाल्मीकि,खटीक,बरई,साहू,माली,सैनी,पासी,कोल,गोंड,खरवार,बियार आदि को हिन्दू कहती है, सरकार बनाने पर नजरंदाज कर देती है। आरआरएस नियंत्रित भाजपा बहुत बङी शिकारी पार्टी है जो ओबीसी,एससी के गुलाम नेताओं को चारा के रूप में आगे कर वंचित समाज को शिकार बनाती है। उन्होंने कहा की भाजपा का हिन्दुत्व धोखा है। अगर पिछड़ी जातियां हिन्दू हैं तो उमा भारती, साध्वी ॠतम्भरा, विनय कटियार,साक्षी महराज आदि को श्रीराम मंदिर तीर्थ स्थल ट्रस्ट का सदस्य क्यों नहीं बनाया गया? तत्कालीन मुख्य सचिव नृपेन्द्र मिश्रा जिसने संघ के इशारे पर मुलायम सिंह यादव सरकार को बदनाम करने के लिए कारसेवकों पर गोली चलवाया, उसी को ट्रस्ट का अध्यक्ष बना दिया।उन्होंने कहा कि भाजपा के लिए पिछङे दलित सिर्फ चुनावी हिन्दू हैं।
समाजवादी पिछड़ावर्ग प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चौ.लौटनराम निषाद ने कहा कि चुनाव के समय निषाद समाज को रामभक्त व राम का मित्र बताकर वोट हथियार लिया जाता है,सरकार बनते ही नकार दिया जाता है। सपा सरकार ने निषाद समाज को जो अधिकार व सम्मान दिया था,योगी आदित्यनाथ सरकार ने उसे खत्म कर दिया। उन्होंने कहा कि अब तो भाजपा की डबल इंजन की सरकार है, संजय निषाद व ओमप्रकाश राजभर सरकार के साझीदार हैं, आखिर कब मिलेगा अतिपिछङी जातियों को एससी कोटा का आरक्षण और अधिकार? संजय निषाद द्वारा अब गंगा सहित प्रदेश की सभी नदियों को मत्स्याखेट व शिकारमाही हेतु नीलाम कराने का शासनादेश जारी कराया गया है।
निषाद ने कहा कि ओमप्रकाश राजभर व संजय निषाद को समाज से नहीं, सिर्फ अपने परिवार की भलाई से मतलब है। कहा कि निषाद पार्टी संजय निषाद एंड फेमिली की प्रा.लि.ठग कम्पनी है। भीङ निषाद की,चंदा निषाद का और टिकट सामंती सवर्णों को। उन्होंने कहा कि चर्चा में आने के लिए कफनचोर संजय निषाद ने 7 जून 2015 को अखिलेश निषाद की हत्या करा दिया। उन्होंने कहा कि अगली लड़ाई 10 वनाम 90 की है। पीडीए संवाद कार्यक्रम में विनय कुमार विश्वकर्मा, मंगला प्रसाद निषाद, राजवंत यादव, रमेश चंद्र नन्दवंशी, सुखराम प्रजापति, आलिम सुल्तानपुरी, सुनील चौधरी, मंसूर अहमद प्रधान, डॉ. रमेश चन्द्रा, सुनील अग्रहरि, विकास चौरसिया, बबलू निषाद, विक्रांत निषाद, जयंत यादव,डॉ. प्रीति प्रजापति, सुनील कुमार माली, डॉ. आर पी कुशवाहा आदि शामिल रहे।

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