बिजली कटौती से उपभोक्ताओं में आक्रोश
अघोषित बिजली कटौती: लोगों का छिना सुकून, जाग कर बिता रहे रात

जन एक्सप्रेस/महराजगंज : जनपद में प्रचंड भीषण गर्मी के बीच अंधाधुंध बिजली कटौती से लोग परेशान हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली देने का नियम है, लेकिन लोकल फाल्ट, मरम्मत और मेन लाइन ब्रेकडाउन के नाम पर अंधाधुंध बिजली कटौती हो रही है। ऐसे में दिन और रात में लगातार अघोषित बिजली कटौती से लोगों की रातों की नींद उड़ गई है। जिससे उपभोक्ताओं में आक्रोश व्याप्त हो गया है। लोग बिजली कटौती से आजिज होकर जनरेटर का सहारा लेने को विवश हो गए है।
ठूूूूठीबारी विद्युत उपकेंद्र से जुड़े भारत नेपाल अंतराष्ट्रीय बार्डर अति महत्वपूर्ण कस्बा ठूठीबारी सहित रामनगर, किशुनपुर, राजाबारी, बरगदवा, मानिकापुर सहित दर्जनों से अधिक ग्राम सभाओं में उपभोक्ताओं के लिए बिजली सप्लाई दी जाती है। लेकिन जून माह में गर्मी का तेवर लगातार तल्ख होता जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे का रोस्टर भी धड़ाम हो गया है। ठूठीबारी कस्बा से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक रोस्टर के मुताबिक बिजली नहीं मिल पा रही है। बिजली आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है। समाजसेवी अजय जयसवाल, नगर व्यापार मंडल अध्यक्ष भवन प्रसाद गुप्ता, ग्राम प्रधान मनिकापुर उमेश प्रजापति, जनार्दन गुप्ता, विशाल रौनियार, अतुल रौनियार, पप्पू वर्मा, बलराम गुप्ता का कहना है कि बिजली विभाग द्वारा मनमानी तरीके से विद्युत कटौती की जा रही है, न दिन में सुकून है और ना ही रात में। विद्युत विभाग के लोग मरम्मत और लोकल फाल्ट तो कभी मेन लाइन ब्रेकडाउन का हवाला देते है। यहां दिन हो या रात अंधाधुंध विद्युत कटौती का खेल जारी है। मच्छरों डंक से रातों की नींद भी हराम हों गई है।
इस संबंध में जेई रजनीश गोंड ने बताया की शेड्यूल के अनुसार ठूठीबारी विद्युत उपकेंद्र से कस्बा और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली सप्लाई दिया जाता है, फाल्ट आ जाने पर आपूर्ति में थोड़ा बहुत व्यवधान उत्पन्न होता है। जैसे ही समस्या दूर होती है तो निर्बाध रूप से बिजली आपूर्ति बहाल कर दिया जाता है।






