
जन एक्सप्रेस घनसाली। उपकोषाधिकारी के0सी0 रमोला ने जानकारी दी कि 03 नवम्बर से 09 नवम्बर तक पेंशनरों के लिए पेंशन जागरूकता शिविर आयोजित किया जाएगा।इस दौरान पेंशनधारकों को ऑनलाइन जीवन प्रमाण पत्र जमा करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही आयकर संबंधी जानकारी एवं साइबर धोखाधड़ी से बचाव के उपायों की जानकारी भी प्रदान की जाएगी।राज्य वित्त विभाग, उत्तराखंड ने पेंशनरों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की प्रक्रिया को पूर्णतः डिजिटल और सरल बना दिया है।
अब पेंशनधारकों को प्रमाण पत्र जमा कराने के लिए बैंक या ट्रेजरी कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।वित्त विभाग के आईएफएमएस (IFMS) उत्तराखंड पोर्टल के अंतर्गत अब पेंशनर अपने एंड्रॉयड मोबाइल ऐप, पोस्टमैन सेवा या जन सेवा केंद्र (CSC) के माध्यम से घर बैठे डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं।
मोबाइल ऐप से घर बैठे करें प्रक्रिया
पेंशनधारक Jeevan Pramaan App या Aadhaar FaceRD App के माध्यम से अपने मोबाइल से ही जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं।इसके लिए उन्हें आधार नंबर, बैंक खाता संख्या और मोबाइल नंबर लिंक कर बायोमेट्रिक सत्यापन करना होगा। सत्यापन पूरा होते ही प्रमाण पत्र स्वतः संबंधित ट्रेजरी कार्यालय को भेज दिया जाएगा।इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (IPPB) ने भी पेंशनरों के लिए यह सेवा प्रारंभ की है।
पेंशनधारक PostInfo App या IPPB App में “Jeevan Pramaan Request” दर्ज कर सकते हैं। इसके बाद पोस्टमैन घर पहुंचकर बायोमेट्रिक प्रक्रिया पूरी करेगा और प्रमाण पत्र ऑनलाइन ट्रेजरी कार्यालय को भेज देगा।यह सुविधा विशेष रूप से वृद्ध एवं असमर्थ पेंशनरों के लिए अत्यंत उपयोगी है।राज्य के सभी जन सेवा केंद्र (CSC) पर भी जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की सुविधा उपलब्ध है।
पेंशनर को केवल आधार कार्ड और बैंक पासबुक लेकर केंद्र पहुंचना होता है, जहां ऑपरेटर द्वारा सत्यापन कर प्रमाण पत्र तैयार कर दिया जाता है।पहले दूरस्थ पहाड़ी क्षेत्रों के पेंशनरों को जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के लिए कई बार ट्रेजरी कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ते थे और लंबी कतारों में इंतजार करना पड़ता था।अब डिजिटल प्रणाली लागू होने से यह प्रक्रिया तेज, सरल और पारदर्शी बन गई है।
यह पहल राज्य सरकार की ई-गवर्नेंस की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।






