साहित्यकार समरेश मजूमदार का निधन, पीएम मोदी ने जताया शोक
दिल्ली । बंगला साहित्य के प्रतिष्ठित लेखक एवं उपन्यासकार समरेश मजूमदार का सोमवार को कोलकाता के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया। वो 81 वर्ष के थे। वो फेफड़ों की बीमारी और सांस लेने में समस्या की वजह से करीब एक महीने से अस्पताल में भर्ती थे। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गहरा शोक प्रकट किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि “समरेश मजूमदार को बंगाली साहित्य में उनके योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा। उनकी रचनाएं पश्चिम बंगाल के समाज और संस्कृति के विभिन्न पहलुओं को दर्शाती हैं। उसके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं। ओम् शांति।”
उल्लेखनीय है कि समरेश मजूमदार का पहला उपन्यास “दौड़” काफी चर्चित हुआ था। इसके बाद उनकी लिखी कुछ पुस्तकों में उत्तराधिकार, कालबेला और कालपुरुष खासी लोकप्रिय रहीं। उन्हें 70 के दशक में नक्सलवाद के समय को अपने लेखन में खूबसूरती से चित्रित करने के लिए जाना जाता है। नक्सली आंदोलन पर लिखी उनकी पुस्तक कालबेला के लिए उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार से भी नवाजा गया था।