मुख्य सचिव ने पौध रोपित कर किया किसानों से संवाद

जन एक्सप्रेस/संवाददाता
मसौली-बाराबंकी। मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने शनिवार को मसौली के रसौली ग्राम पंचायत स्थित अमृत सरोवर पहुंचकर पौध रोपित किया। जिसके बाद उन्होंने ग्राम इंधौलिया में की जा रही ऑर्गेनिक खेती का जायजा लिया और ऑर्गेनिक खेती करने वाले किसानों को सब्सिडी दिलाने की बात कही। इससे पूर्व जिला अधिकारी अविनाश कुमार, एसपी दिनेश सिंह,सीडीओ एकता सिंह व जिला वन अधिकारी रुस्तम परवेज ने सुबह 10 बजे अमृत सरोवर पहुंचे मुख्य सचिव का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत अभिनंदन किया। जिसके बाद श्री मिश्रा ने अमृत सरोवर के परिसर में पीपल और बरगद के वृक्ष रोपित किए। पौधरोपण के बाद उन्होंने यहां बने सेल्फी प्वाइंट पर सेल्फी लेते हुए प्रदेश सरकार द्वारा बनाए गए अमृत सरोवर की जमकर तारीफ की। फिर श्री मिश्र ने परिसर में बने शिवालय में बाबा का पूजन-अर्चन भी किया। यहां पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने प्रदेश की जनता से आवाहन किया कि यह प्रकृति और स्वयं को बचाने के लिए एक महायज्ञ है। प्रदेश के मुखिया योगी जी ने एक दिन 30 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। देखने में यह लक्ष्य मुश्किल है लेकिन प्रदेश में रहने वाली 25 करोड़ की जनता यदि आज के दिन पौधा लगाती है। तो यह लक्ष्य पाया जा सकता है।
एक सौ सैंतीस करोड़ लगाए गए पौधे
पिछले 6 सालों में 137 करोड़ पौधे लगाए गए है। फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टिट्यूट जो कि भारत सरकार की संस्था है उसके अनुसार पिछले 6 सालों में लगाए गए पौधों में 93 प्रतिशत पौधे तेजी से विकसित हो रहे है। बाकी अन्य जो पौधे रोपित किए गए उनमें 80 से 90 प्रतिशत पौधों का विकास अच्छा पाया गया है। अभी मात्र साढ़े 9 फ़ीसदी प्लांटेशन कवर है। इसे अगले 3 साल में बढ़ाकर 15 फ़ीसदी करना है। इसलिए सभी लोग घरों से बाहर निकलकर पौध रोपित जरूर करें। आगे उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि आप अपने खेत की मेड़ पर पेड़ लगाइए। पिछले 35 सालों से प्रदेश सरकार में टिंबर व्यवसाय बंद पड़ा था। पिछले वर्ष सर्वोच्च न्यायालय ने प्रदेश पर लगी रोक हटा दी है जिसके चलते आज 650 इंडस्ट्री लग चुकी है। किसान 5 साल में खेत में लगे पेड़ को बेचकर अच्छी आमदनी करेगा।
किसानों से किया संवाद
मुख्य सचिव राम प्रताप वर्मा, पवन कुमार, सुनील कुमार, देवराज, मनोज कुमार, प्रेमचंद्र व सर्वेश कुमार के खेतों में ऑर्गेनिक विधि से तैयार की गई लौकी व तरोई की खेती का जायजा लिया और फसलों को बचाने के लिए लगाए जाने वाले उपकरणों के बारे में जानकारी ली। यहां उन्होंने किसानों की समस्या को सुनकर उन्हें सब्सिडी उपलब्ध कराने के आश्वासन के साथ रसायनिक खाद से दूरी बनाए रखने की बता कही। फिर मुख्य सचिव जिले के ग्राम दौलतपुर के प्रगतिशील किसान रामशरण वर्मा की केले की खेती को देखने पहुंचे। जहां मौजूद किसानों से उन्होंने संवाद किया और उनकी हर संभव मदद का आश्वासन दिया।