रामपुर में सियासी सरगर्मी: स्वामी प्रसाद मौर्य ने आज़म ख़ान से की मुलाकात
घंटों चली बातचीत, राजनीतिक गलियारों में अटकलों का दौर तेज

जन एक्सप्रेस रामपुर:उत्तर प्रदेश की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है। अपनी जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने आज समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आज़म ख़ान से उनके आवास पर मुलाकात कर सियासी हलकों में हलचल मचा दी है। यह मुलाकात केवल औपचारिक भेंट नहीं, बल्कि राजनीतिक भविष्य की संभावनाओं का संकेत मानी जा रही है।
घंटों चली बातचीत, उठे कई सवाल
रामपुर में आज़म ख़ान के घर हुई यह घंटों लंबी बातचीत क्या केवल आपसी सौहार्द का मामला थी या इसके पीछे कोई राजनीतिक रणनीति छिपी है? अभी यह स्पष्ट नहीं है, लेकिन सूत्रों की मानें तो दोनों नेताओं के बीच वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों, आगामी गठबंधनों और मुस्लिम-पिछड़ा समीकरण को लेकर चर्चा हुई।
सियासी समीकरणों की आहट
उत्तर प्रदेश की राजनीति में आज़म ख़ान की पकड़ और स्वामी प्रसाद मौर्य की सक्रियता को देखते हुए यह मुलाकात 2027 के विधानसभा चुनाव या उससे पहले की किसी बड़ी रणनीति की ओर संकेत दे सकती है। विशेष रूप से सपा और अपनी जनता पार्टी के बीच किसी संभावित गठजोड़ या नए समीकरण की संभावना को नकारा नहीं जा सकता। मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह चुप्पी भी कई इशारे छोड़ती है। अब सभी की नजर इस बात पर टिकी है कि आने वाले दिनों में इस मुलाकात के क्या राजनीतिक मायने निकलते हैं।






