प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिलाई योग को वैश्विक पहचान: डॉ. जयदीप आर्य
वाराणसी । नेशनल योगासन स्पोर्ट्स फेडरेशन के महासचिव डॉ. जयदीप आर्य ने कहा कि योगासन भारत देश की मूल विधा है। प्राचीन काल से यह भारत की संस्कृति और सभ्यता का हिस्सा रही है। मगर वैश्विक स्तर पर भारत की इस संस्कृति को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई पहचान दिलाई है। उनके प्रयास और पहल का नतीजा है कि आज पूरी दुनिया में योग का डंका बज रहा है। न केवल यूरोप बल्कि लैटिन अमेरिकी और अफ्रीकी देशों में भी योगासन करते लोग देखे जा सकते हैं। डॉ आर्य ने कहा कि योगासन को खेलों की दुनिया में विश्व स्तरीय पहचान दिलाने की कवायद शुरु हो गई है। भारत की इसमें अग्रणी भूमिका है।
हरियाणा योग आयोग के चेयरमैन डॉ. जयदीप आर्य खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की योगासन स्पर्धा में बतौर अतिथि आमंत्रित हैं। आईआईटी बीएचयू के रमेश श्रीनिवासन स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर के इनडोर हाल में चल रही योगासन प्रतियोगिता में व्यस्त पलों के बीच डा. आर्य ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने बताया कि भारत में योगासन का स्वर्णिम काल आने वाला है। सरकार के स्तर पर योगासन स्पोर्ट्स को बहुता बढ़ावा मिल रहा है। सरकारी प्रयासों का नतीजा है कि आज योगासन यूनिवर्सिटी खेलों में सर्वाधिक खिलाड़ियों वाला खेल बन गया है। उन्होंने बताया कि देश के 30 राज्यों में योगासन फेडरेशन युवा एथलीटों की नई पौध को तैयार कर रहा है। राष्ट्रीय स्तर पर नेशनल योगासन स्पोर्ट्स फेडरेशन काम कर रहा है। राष्ट्रीय फेडरेशन भारत सरकार से मान्यता प्राप्त है।
जयदीप आर्य के अनुसार महिलाओं को खेलों से जोड़ने के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण ढेर सारे कार्यक्रम चला रहा है। उनका प्रयास अब रंग ला रहा है। तेजी से महिलाएं और युवा खेलों से जुड़ रहे हैं। इसी साल आठ से 12 मार्च तक योगासन की वीमेन लीग 10 का दम का आयोजन किया गया। इसमें 10 राज्यों की कुल 2500 महिलाओं ने हिस्सा लिया। यह ऐसी लीग है जिसमें महिलाएं घर पर रहकर ही खुद को योगासन की मदद से स्वस्थ और प्रसन्न रख सकती हैं। डॉ. आर्य ने बताया कि भारत समेत दुनिया के लगभग 40 देशों में योगासन स्पोर्ट्स का आयोजन हो रहा है।