टीबी मुक्त उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आह्वान

जन एक्सप्रेस/ लखनऊ: उत्तर प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने के संकल्प के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सेवानिवृत्त आईएएस, आईपीएस अधिकारियों और पूर्व कुलपतियों से इस अभियान में सक्रिय भागीदारी की अपील की है। मुख्यमंत्री ने ‘निक्षय मित्र’ योजना के तहत टीबी रोगियों को हर संभव सहयोग उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता जताई और कहा कि स्वस्थ भारत ही समर्थ और शक्तिशाली भारत की नींव है। लखनऊ में आयोजित इस कार्यक्रम में सेवानिवृत्त अधिकारियों और शिक्षाविदों को शपथ दिलाई गई कि वे टीबी रोगियों की सहायता के लिए पूरी तत्परता से काम करेंगे। मुख्यमंत्री ने जोर दिया कि टीबी रोगी समाज का हिस्सा हैं और उन्हें अपनाना व सहायता प्रदान करना सबका साझा दायित्व है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक 27 लाख टीबी रोगियों के खाते में 775 करोड़ रुपये की धनराशि का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने निक्षय मित्र योजना के माध्यम से समाज के हर वर्ग को इस अभियान में जोड़ने की अपील की। योगी ने स्पष्ट किया कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी की सामूहिक सहभागिता आवश्यक है। उन्होंने कहा, “एक भी टीबी रोगी छूटने न पाए,” यह सुनिश्चित करना प्रदेश सरकार और समाज का संयुक्त दायित्व है। कार्यक्रम के दौरान सेवानिवृत्त अधिकारियों और शिक्षाविदों ने मुख्यमंत्री के आह्वान का स्वागत किया और टीबी मुक्त उत्तर प्रदेश के निर्माण में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने टीबी उन्मूलन के प्रति प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘टीबी मुक्त भारत’ के सपने को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम बताया। कार्यक्रम में निक्षय मित्र योजना को लेकर जागरूकता फैलाने और टीबी रोगियों को चिकित्सा, पोषण और आर्थिक सहायता प्रदान करने पर विशेष जोर दिया गया। सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारियों और शिक्षाविदों ने मुख्यमंत्री की इस पहल को सराहनीय बताया और टीबी मुक्त उत्तर प्रदेश के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया।