फर्रुखाबाद

फर्रुखाबाद में एक हजार साल पुराने मंदिर की हकीकत सामने आई

मऊदरवाजा क्षेत्र के माधौपुर गांव में स्थित एक प्राचीन शिव मंदिर से अवैध कब्जा हटवाया गया। मंदिर के अंदर छिपे कई ऐतिहासिक अवशेषों की खोज हुई।

जन एक्सप्रेस/लखनऊ। गुमनाम मंदिरों के मिलने की कड़ी में फर्रुखाबाद में लगभग एक हजार साल पुराने मंदिर की हकीकत सामने आई है। इससे स्थानीय लोगों में खुशी है। फर्रुखाबाद के मऊदरवाजा क्षेत्र के माधौपुर गांव में स्थित एक प्राचीन शिव मंदिर से शनिवार को अवैध कब्जा हटवाया गया। यह मंदिर लगभग 1000 साल पुराना है, लेकिन लंबे समय से बंद पड़ा था और उसमें भूसे और उपलों का ढेर लगा हुआ था।

मंदिर के अंदर छिपे कई ऐतिहासिक अवशेषों की खोज हुई, जिसमें नंदी और महादेव का अर्घा प्रमुख थे, शिवलिंग का पता नहीं चल सका।

धार्मिक गतिविधियों के लिए खोलने की तैयारी शुरू

हिंदू महासभा के पदाधिकारियों और दुर्वासा ऋषि आश्रम के महंत के नेतृत्व में इस कार्य को अंजाम दिया गया। पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी में मंदिर की सफाई की गई। मंदिर में एक समय में पूजा-अर्चना होती रही होगी, लेकिन अब यह पूरी तरह से उपेक्षित हो गया था। इस प्राचीन स्थल को फिर से धार्मिक गतिविधियों के लिए खोलने की तैयारी शुरू हो गई है।

शिवलिंग नहीं मिलने से सभी चकित

हिंदू महासभा के युवा प्रदेश अध्यक्ष विमलेश मिश्रा ने बताया कि मंदिर का इतिहास करीब 1000 साल पुराना है और इसका धार्मिक महत्व काफी अधिक है। मंदिर में सफाई के दौरान भूसे के ढेर से नंदी की मूर्ति और भगवान शिव का अर्घा निकला, जिससे वहां मौजूद लोग हैरान रह गए। शिवलिंग नहीं मिलने से सभी चकित थे।

देवी-देवताओं के चित्र और महाबली हनुमान जी की प्रतिमा भी दिखी

मंदिर के ऊपरी दीवारों पर देवी-देवताओं के चित्र और महाबली हनुमान जी की प्रतिमा भी देखी गई। नायब तहसीलदार सनी कनौजिया ने मंदिर के क्षेत्र की नापजोख कराई, जिसमें कानूनगो प्रमोद शुक्ला और लेखपाल संजय सिंह भी शामिल थे। अब जल्द ही इस प्राचीन शिवालय में पूजा-पाठ शुरू कराने की योजना बनाई जा रही है।

ये भी पढ़े:-

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button