चौक इलाके में एक ही परिवार के तीन लोगों ने की सामूहिक आत्महत्या
पारिवारिक कलह और आर्थिक तंगी मानी जा रही वजह, पुलिस कर रही जांच

जन एक्सप्रेस/लखनऊ : राजधानी लखनऊ के चौक थाना क्षेत्र स्थित अशरफाबाद मोहल्ले से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां एक ही परिवार के तीन लोगों ने पति, पत्नी और बेटी ने जहरीला पदार्थ खाकर सामूहिक आत्महत्या कर ली। घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है। मृतकों की पहचान शोभित रस्तोगी, उनकी पत्नी सुचिता रस्तोगी और नाबालिग बेटी के रूप में हुई है।
घर में पड़े मिले तीनों के शव
रविवार देर रात जब आसपास के लोगों को घर से कोई हलचल सुनाई नहीं दी तो शक के आधार पर पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची चौक थाना पुलिस ने दरवाजा तोड़कर जब घर के भीतर प्रवेश किया, तो वहां तीनों के शव बेसुध पड़े मिले। पास में ही जहरीले पदार्थ के खाली पाउच बरामद हुए हैं। घर के दृश्य को देखकर यह साफ प्रतीत होता है कि आत्महत्या की यह वारदात एक सोची-समझी योजना के तहत अंजाम दी गई।
जांच में जुटी पुलिस: पारिवारिक तनाव और आर्थिक तंगी मुख्य कारण
प्रारंभिक जांच के अनुसार, परिवार लंबे समय से मानसिक तनाव और आर्थिक परेशानियों से जूझ रहा था। बताया जा रहा है कि शोभित रस्तोगी की आय के स्रोत सीमित थे और पिछले कुछ महीनों से घरेलू कलह भी बढ़ गई थी। इन पहलुओं को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) की टीम ने भी मौके से साक्ष्य जुटाए हैं।
पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे गए शव
तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों की पुष्टि हो सकेगी। इसके अलावा मृतकों के रिश्तेदारों और पड़ोसियों से भी पूछताछ की जा रही है।
इलाके में मातम, लोग स्तब्ध
अशरफाबाद जैसे घनी बस्ती वाले इलाके में इस तरह की घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। पड़ोसियों का कहना है कि यह परिवार काफी शांत और मिलनसार था। किसी को भी अंदेशा नहीं था कि वे इस तरह का कदम उठा लेंगे।
बड़ा सवाल-आखिर मदद क्यों नहीं मिल सकी? यह घटना एक बार फिर सोचने को मजबूर करती है कि आर्थिक और मानसिक तनाव में घिरे लोगों तक समय रहते मदद क्यों नहीं पहुंच पाती। समाज और प्रशासन दोनों को ऐसे मामलों में सक्रिय भूमिका निभाने की जरूरत है।






