33 हज़ार लाइन पर गिरा पेड़, दर्जनों गांवों में छाया अंधेरा, उपभोक्ताओं मे खलबली
जन एक्सप्रेस/संवाददाता
मसौली-बाराबंकी। रविवार की रात आधी रात को अचानक बिजली गुल हो गई। सुबह पेट्रोलिंग शुरू हुई तो देखा गया कि डूबकी के निकट 33 हजार विधुत लाइन पर शीशम का पेड़ गिर जाने से दो खम्बा और विधुत लाइन क्षतिग्रस्त हो गए थे। जिसकी मरम्मत सोमवार की सुबह से शुरू हुई और मंगलवार की शाम तक पूर्ण नहीं हो पाई। जिसके चलते बीते 41 घंटे बाद मसौली उपकेंद्र के विद्युत सप्लाई की शुरुआत हुई । बता दें कि चन्दौली से उपकेन्द्र मसौली को 33 हजार केवी विद्युत लाइन आई है।
इसी लाईन पर रविवार की रात करीब 12 बजे बरसात के दौरान डूबकी के निकट एक शीशम का पेड़ गीर जाने से दो खम्बा और विधुत लाइन क्षतिग्रस्त हो गई। विभाग के उच्च अधिकारियों ने संज्ञान लिया और सोमवार की सुबह विधुत लाइन पर गिरे शीशम पेड़ को हाटने के लिए कर्मचारियों को लगाया गया। जिसके बाद खम्बा लगवाने और उस पर बिजली के तार खिंचाने की प्रक्रिया शुरू हुई। जोकि मंगलवार की शाम तक चलती रही। इस बीच उपभोक्ताओं को बिजली न आने के कारण हाय-तौबा मची रही। विधुत उपकेन्द्र मसौली में बांसा, जकरिया, मसौली, सहादतगंज सहित पांच फीडर है।
पांच फीडर की अन्तर्गत करीब 300 गांव है। जिसकी आबादी एक लाख से अधिक है।जिसमें देवकलिया, मसौली, बड़ागांव, बांसा,ज्योरी, गुरेला, रहरामऊ, नेवल करण्डा, करपिया, बसंत पुर, मुजापुर, धरौली आदि गांवों में बिजली को लेकर हाय-तौबा मची हुई थी। लेकिन 41 घंटे बाद बिजली व्यवस्था सुचारू होने पर लोगों ने राहत की सांस ली है।