जीरो टॉलरेंस नीति का देखना चाहते हैं असर तो घूम जाइए बाराबंकी शहर
30 बड़े माफियाओं की 77 करोड़ से अधिक की संपत्ति हुई कुर्क

जन एक्सप्रेस/शोभित शुक्ला
बाराबंकी। अगर आपको योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति का असर देखना है। तो आप राज्य मुख्यालय से मात्र 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बाराबंकी जनपद जरूर आएं। पिछली सरकारों में यहां माफियाओं का सिक्का चलता था। लोगों की माने तो इनके एक इशारे पर जनपद के बड़े-बड़े पदों पर बैठे अधिकारियों का तबादला हो जाता था। नाम न छापने की शर्त पर शहर की एक समाजसेवी संस्था से जुड़े हुए बुजुर्ग बताते हैं कि यूं तो सरकारें आई और गई। लेकिन जिले के माफियाओं पर शिकंजा कसना तो दूर उन पर लगाम लगाने में भी वह असफल रही। लेकिन प्रदेश में योगी सरकार के बनने के बाद जिले की पुलिस ने जनपद के तमाम बड़े माफियाओं पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया।
इन माफियाओं में भू माफिया, अपराधिक, खनन माफिया, वन माफिया, मादक पदार्थ व शराब माफिया, गौ तस्कर माफिया शामिल है। जिस पर बीते 6 सालों में की गई ताबड़तोड़ कार्रवाई का नतीजा यह है कि इनके ज्यादातर सक्रिय सदस्य जेलों में है। या फिर पुलिस की नजर में नहीं आ रहे है। पुलिस रजिस्टर में दर्ज आंकड़ों में अब तक दो भू माफिया की 32 करोड़ 76 लाख, 3 अपराधिक माफिया की 1 करोड़ 89 लाख, 10 गौ तस्कर माफिया की 1 करोड़ 82 लाख और सबसे अधिक 15 मादक पदार्थ व शराब माफिया की 41 करोड़ से अधिक की संपत्ति को कुर्क किया जा चुका है। यह पूरी कार्यवाही 32 बड़े माफियाओं पर 77 करोड़ से अधिक की है। 32 माफियाओं में 3 राज्य स्तरीय माफिया भी है। जिनमें एक मादक तस्करी व दो बड़े भू माफिया है।
जिसको लेकर पूछने पर अपर पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अखिलेश नारायण सिंह बताते हैं कि जनपद के माफिया और इनके मददगार अपना-अपना रास्ता बदल ले। क्योंकि पुलिस तेजी से अब उनके पैरोंकारों पर कार्यवाही कर रही है।