जेठ पर करवाया था महिला ने दुष्कर्म का झूठा केस, रोहिणी कोर्ट ने 5 साल बाद किया बरी
नई दिल्ली। दिल्ली स्थित रोहिणी की एक कोर्ट ने महिला से दुष्कर्म के मामले में जेठ को बरी दिया है। महिला ने वर्ष 2018 में जेठ पर छेड़छाड़ और दुष्कर्म का आरोप लगाया था।
जांच के दौरान पता लगा था कि महिला का जेठ उस समय दिल्ली में मौजूद ही नहीं था। इसके बाद कोर्ट के सामने महिला ने बताया कि उससे दुष्कर्म हुआ ही नहीं था। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश जगमोहन सिंह की कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया।
रोहिणी कोर्ट के अधिवक्ता दीपक चौहान ने बताया कि मई 2018 में महिला ने सुल्तानपुरी थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि वह सुल्तानपुरी इलाके में रहती है और उसके पति जेल में है। उसने बताया था कि मई 2018 में ही उसका जेठ उसके कमरे में आया था। उसने महिला के साथ दुष्कर्म किया था।
इसके बाद प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की तो पता चला कि दोनों पक्षों में रिश्ते अच्छे नहीं थे। इसी के चलते उसने झूठा केस दर्ज करवाया था। जिस दिन का महिला ने आरोप लगाया था उस दिन उसका जेठ दिल्ली में था ही नहीं।इसके बाद महिला ने कोर्ट के सामने इस बात से इनकार किया कि उनके साथ दुष्कर्म किया गया था। कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद महिला के जेठ को बरी कर दिया।