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तुलसी जल प्रपात मे डूबा युवक, गोताखोरों की टीम कल करेगी तलाश

जन एक्सप्रेस /संवाददाता

चित्रकूट। तुलसी जल प्रपात घूमने आया युवक सेल्फी लेने के दौरान पानी मे डूब गया। युवक अपने जन्मदिन पर अपने तीन साथियों के साथ जल प्रपात घूमने आया था,जहां सेल्फी लेने के दौरान पैर फिसलने से साथ मे आए दोस्तों के सामने प्रपात के गहरे जल कुंड मे गिरकर डूब गया।

शुक्रवार को मारकुंडी थाना क्षेत्र के बम्भिया स्थित तुलसी जल प्रपात घूमने आया युवक डूब गया है। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने तलाश शुरू कर दी लेकिन, लेकिन पुलिस के पास संसाधन न होने से कुछ हासिल नहीं हो सका। जिला मुख्यालय से गोताखोरों की टीम को भेजा गया लेकिन रात होने से तलाश शुरू नहीं हो पाई। शनिवार को तलाश करेंगे।

उल्लेखनीय है कि, बर्थडे सेलिब्रेट करने तुलसी जल प्रपात आये ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट का एमबीए कर रहा क्षात्र अम्बुज बागरी उम्र 23 वर्ष निवासी अमदरी,तहसील नागौद, जिला सतना म.प्र. प्रपात के नीचे कुंड के पास सेल्फी लेने के प्रयास में पैर फिसल जाने से कुंड में गिर कर डूब गया। ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट में एमबीए कर रहा क्षात्र अम्बुज बागरी अपना जन्मदिन सेलिब्रेट करने अपने साथियों ध्रुव पुत्र अंकित शर्मा निवासी ग्राम कामदगिरि परिक्रमा खोही थाना चित्रकूट सतना मध्य प्रदेश,वरुण देव पुत्र विनय बहादुर पटेल निवासी कोठी थाना कोठी सतना मध्य प्रदेश व विकास शर्मा पुत्र शिव शंकर निवासी- परिक्रमा मार्ग खोही, थाना चित्रकूट सतना मध्य प्रदेश के साथ आया था,प्रपात में सबसे नीचे जाकर कुंड के पास अंम्बुज बागरी सेल्फी लेते वक्त पैर फिसल जाने से कुंड में जा गिरा और गहराई में नीचे जाकर किसी पत्थर की दती में फंस गया,बताते हैं कि जैसे अम्बुज कुंड में गिरा उसका साथी विकास भी उसे बचाने के लिए कूदा था लेकिन ज्यादा गहराई में न जा पाने के कारण वह उसे नहीं बचा सका। सूचना मिलने पर मारकुंडी पुलिस तुलसी जल प्रपात पहुंच कर सिपाहियों में मौजूद तैराक द्वारा कुंड में लगातार खोजबीन की जार ही है।गोताखोर न होने से युवक को ढूंढने मे भारी समस्या होती रही है। सूचना पर पहुंची मारकुंडी थाना पुलिस के पास संसाधन न होने से निहत्था रही।

मौके पर मानिकपुर एसडीएम रामजन्म यादव ,नायब तहसीलदार घासीराम व मऊ सीओ मौके पर पहुंच घटनास्थल का जायजा लिया। जलकुंड गहरा होने सेजब पुलिस और स्थानीय गोताखोरों की जब हिम्मत नहीं पड़ी तब जिला मुख्यालय से गोताखोरों को बुलाया गया। लेकिन रात्रि होने के वजह से गोताखोर रात मे तलाश करने से मना कर दिया। जिसके चलते शनिवार की सुबह तलाश की जाएगी। वहीं युवक के न मिलने से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मारकुंडी थाना प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि रामघाट चित्रकूट व सिंचाई विभाग कर्वी से गोताखोर बुलाये गए थे शाम तक न तलाश हो पाने पर वापस चले गए हैं शनिवार की सुबह छः बजे से पुनः गोताखोर आकर तलाश करेंगे।

तुलसी प्रपात मे कई मौतें हो चुकी,लेकिन सुरक्षा के इंतजाम नहीं

तुलसी जल प्रपात में अब तक कई मौतें हो चुकी है खतरनाक और गहरा कुंड होने के बावजूद अभी तक गोताखोरों की तैनाती नहीं की है। सबसे खास बात तो यह है कि वन विभाग द्वारा यहां सुरक्षा कई दृष्टि से पर्यटकों के लिए कोई भी इंतजाम नहीं हैं। जब कोई घटना होती है तो वन विभाग के अधिकारी दो-चार दिन के लिए सक्रिय हो जाते हैं, बाकी फिर पुराने ढर्रे पर चल पड़ते हैं। लेकिन पर्यटकों की मौतों को लेकर जिम्मेदार बिल्कुल भई गंभीर नहीं है।

रात होने से नहीं शुरू हो पाई तलाश

जिला मुख्यालय से गोताखोरों को तो बुलाया गया लेकिन रात होने की वजह से पानी मे डूबे युवक की तलाश शुरू नहीं हो सकी। मानिकपुर एसडीएम रामजन्म यादव ने परिजनों को भरोसा देकर शनिवार की सुबह से तलाश कराने को कहा है। टीमें माैके पर तो पहुंची लेकिन रात का अंधेरा होने के कारण नीचे नहीं उतरे।

जन्मदिन मनाने आया था अंबुज

अंबुज आपने साथियों के साथ जन्मदिन मनाने आया था। अंबुज चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय का एमबीए का छात्र है। जन्मदिन पर साथियों के साथ घूमने आया था। लेकिन इस घटना के बाद खुशी का माहौल पल भर मे गम मे बदल गया।

वन विभाग के जिम्मेदार रहे नदारद

तुलसी जल प्रपात वनपरिक्षेत्र द्वितीय के अंतर्गत आता है। लेकिन इस घटना के बाद भी विभाग के जिम्मेदारों का कोई अतापता नहीं चला। यहां तक कि वन विभाग का एक प्राइवेट कर्मचारी भी नज़र नहीं आए। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। जबकि सबसे अधिक जिम्मेदारी वन विभाग की ही है।

गोताखोरों की नहीं की गई तैनाती

तुलसी जल प्रपात मे गोताखोर न होने से एसी घटनाओं के बाद अक्सर डूबे व्यक्ति को तलाश करने मे भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। खतरनाक और गहरा कुंड होने के बावजूद भी गोताखोरों की तैनाती न होना बड़ी लापरवाही को उजागर कर रहा है। कई घटनाएं होने के बाद भी जिम्मेदारों ने कोई संज्ञान नहीं लिया।

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