गाज़ियाबाद में 25 हजार का ईनामी बदमाश गिरफ्तार

जन एक्सप्रेस/गाजियाबाद: क्राइम ब्रान्च पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद द्वारा थाना मधुबन बापूधाम गाजियाबाद के गैंगस्टर के अभियोग में फरार एवं 25 हजार रुपये का पुरूस्कार घोषित अपराधी गिरफ्तार करने में सफलता हासिल किया है।
असलहो को बेचने से बरामद हुए 1 लाख 58 हजार रूपये
गिरफ्तार आरोपी जावेद ने पूछताछ में बताया कि वह 5वीं तक पढा है। उसके पिता नशे के आदि थे, जो नशे में रहकर परिवार के सदस्यों से मारपीट करते थे और घर में खर्चा भी नही देते थे। इसी कारण जब वह 10-12 वर्ष का था तो उसकी माता ने उसे उसकी मौसी के पास अपरकोट बुलन्दशहर भेज दिया। मौसी के लडकों के साथ उसने खराद मशीन पर खराद का काम सीखा और वहीं खराद मिस्त्री का काम करने लगा। उसके मौसी के लडके शाह फहद का मिलना जुलना ऐसे लोगो से हो गया जो अवैध असलहे बनाते थे। जावेद ने भी उनके साथ खराद मशीन पर अवैध असलहा बनाना सीख लिया। धीरे धीरे शाह फहद ने अपना अवैध शस्त्र बनाने व उसकी सप्लाई करने का एक संगठित गिरोह बना लिया साथ गाजियाबाद मे फैक्ट्री एरिया मोरटा में मशीनरियों के पार्टस् बनाने की एक फैक्ट्री लगा ली । उस फैक्ट्री के अन्दर ही अवैध शस्त्र बनाने का भी काम करने लगे। उस शस्त्र फैक्ट्री में वह खराद मशीन पर पिस्टल व तमंचे तैयार करता था , जिन्हे बेच कर इस गिरोह के लोग काफी पैसे कमाते थे। इनका अवैध शस्त्र बनाने व बेचने का एक संगठित गिरोह है। 25 जुलाई सन् 2023 को जावेद अपने साथियों शाह फहद, सादिक व शिवम के साथ अवैध शस्त्र फैक्ट्री से ही गिरफ्तार किया गया था। इनके कब्जे से बनी व अर्धनिर्मित काफी मात्रा में पिस्टल, तमंचे व कारतूस व अन्य उपकरण तथा असलहो को बेचने से प्राप्त 1 लाख 58 हजार रूपये बरामद हुए थे।
आरोपी अभियुक्त जावेद व उसके साथियों का एक संगठित अपराधिक गिरोह है, इस गिरोह के द्वारा अवैध फैक्ट्री में अवैध हथियार बनाने जैसा संगीन अपराध किया जाता था। उन अवैध शस्त्रों को बेचकर ये लोग आर्थिक लाभ प्राप्त करते थे और उन पैसो से अपने खर्चे व शौक पूरे करते थे। इस गिरोह के विरूद्ध थाना मधुबन बापूधाम पर उत्तर प्रदेश गिरोह बन्द समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम 1986 का अभियोग पंजीकृत था जिसमे जावेद उपरोक्त लगातार फरार चल रहा था , जिसे गिरफ्तार किया गया ।