भाकपा माले ने सीएए का विरोध कर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
प्रदर्शन कर सीएए कानून रद्द करने की उठाई मांग
प्रशांत शर्मा
पूरनपुर। पूरनपुर तहसील परिसर में भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) के कार्यकर्ताओं ने सीएए कानून के विरोध में प्रदर्शन किया। इसके बाद राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम राजेश कुमार शुक्ला को दिया। इसमें कानून को रद्द करने की मांग की गई है।
केंद्र सरकार की ओर से देश में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) लागू होने के बाद से देश में सियासत गरमा गई है। पूरनपुर में भाकपा माले द्वारा राष्ट्रव्यापी आवाहन पर नागरिकता संशोधन कानून का पुरजोर विरोध किया गया। राष्ट्रपति को भेजे गए ज्ञापन में कहा कि लोकसभा चुनाव का मौका पाकर साम्प्रदायिक धु्रवीकरण करने, असल मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए सरकार द्वारा सीएए लागू किया गया। यह कानून सिर्फ छह धर्म के लिए है जो 2014 तक पाकिस्तान, बंगलादेश, अफगानिस्तान से भारत आए और यहां छह साल से रह रहे हैं। यह कानून मुस्लिम, तमिल, रोहग्यिा, अहमदिया आदि शरणार्थियों को नागरिकता से वंचित करता है। आरोप है कि सीएए एनआरसी करने का रास्ता खोलता है जिससे देश के बड़े समुदाय को नागरिकता से वंचित करने की साजिश लग रही है। सीएए का पुरजोर विरोध करने व ज्ञापन देने वालों में जिला प्रभारी अफरोज आलम, ब्लाक सचिव देवीदयाल, शाक मोहम्मद, शबनम, अतुल, इलियास आदि शामिल रहे।