शिक्षा से वंचित 7 लाख बच्चे: उत्तर प्रदेश सबसे पीछे, केंद्र ने जारी किए राज्यवार आंकड़े
देश में 11.70 लाख बच्चे स्कूली शिक्षा से वंचित: शिक्षा की बड़ी चुनौती
जन एक्सप्रेस, लखनऊ
अरुण चौरसिया: देशभर में स्कूली शिक्षा से वंचित बच्चों की संख्या 11.70 लाख तक पहुंच गई है, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में अब भी बड़ी चुनौतियां सामने आ रही हैं। संसद में शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, उत्तर प्रदेश सबसे चिंताजनक स्थिति में है, जहां 7.85 लाख बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं। इसके अलावा झारखंड और असम जैसे राज्यों में क्रमशः 65 हजार और 64 हजार बच्चे स्कूल से बाहर हैं।
समृद्ध राज्यों में भी शिक्षा की कमी
गुजरात जैसे आर्थिक रूप से समृद्ध राज्य में भी 54,500 से अधिक बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। मध्य प्रदेश और हरियाणा में यह संख्या 30-40 हजार के बीच है। बिहार, जो शिक्षा के मामले में पहले से ही पिछड़ा हुआ है, वहां 25 हजार बच्चे स्कूल से वंचित हैं। दिल्ली में भी 18,300 बच्चों का स्कूल से बाहर होना चिंता का विषय है।
बेहतर प्रदर्शन वाले क्षेत्र
जहां कई राज्यों में शिक्षा की स्थिति चिंताजनक है, वहीं लद्दाख और लक्षद्वीप जैसे केंद्र शासित प्रदेशों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इन क्षेत्रों में एक भी बच्चा स्कूल से बाहर नहीं है। पांडिचेरी में केवल चार और अंडमान व निकोबार द्वीप समूह में मात्र दो छात्र स्कूल से वंचित हैं, जो शिक्षा में बेहतर प्रयासों को दर्शाता है।
शिक्षा क्षेत्र में सुधार की जरूरत
शिक्षा संविधान की समवर्ती सूची में होने के कारण केंद्र और राज्य सरकारों का समान दायित्व है। हालांकि, शिक्षा मंत्रालय द्वारा ऑनलाइन डैशबोर्ड के जरिए जुटाए गए आंकड़े बताते हैं कि कई राज्यों में योजनाओं और प्रयासों के बावजूद लाखों बच्चे अभी भी शिक्षा से दूर हैं। यह स्थिति शिक्षा के क्षेत्र में अधिक समन्वय और सुधार की आवश्यकता को रेखांकित करती है।