विपक्षी एकता की बैठक को लेकर नीतीश आशान्वित, पार्टियों के शीर्ष नेता होंगे शामिल
पटना । पूरे देश में विपक्षी एकता की अगुवाई कर रहे हैं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को होने वाली विपक्षी एकता बैठक को लेकर काफी आशान्वित हैं। देश के तमाम विपक्षी दलों के नेताओं की कल यानी 23 जून को राजधानी पटना में बैठक होनी है। यह बैठक बिहार के सीएम के आवास पर ही होगी। इसे लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है।
इस बैठक को तभी सफल माना जाएगा जब इसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सोनिया गांधी या प्रियंका गांधी स्वयं मौजूद रहें। कांग्रेस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इन तीनों नेताओं के आने की उम्मीद कम है। बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के शामिल होने की संभावना है।
बैठक में 19 पार्टियों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। जिसमें मुख्य रूप से भाजपा व उसके सहयोगियों के खिलाफ संयुक्त विपक्ष का एक ही उम्मीदवार देने पर चर्चा की जाएगी। विपक्षी दलों की बैठक के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, भाकपा महासचिव डी राजा, भाकपा माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य आज पटना पहुंच जाएंगे। यह सभी नेता राजकीय अतिथिशाला में रुकेंगे और कल विपक्षी दलों की बैठक में हिस्सा लेंगे।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, केसी वेणुगोपाल, तमिलनाडु सीएम एमके स्टालिन, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, राकांपा सुप्रीमो शरद पवार, शिवसेना (उद्धव गुट) से उद्धव ठाकरे, सपा प्रमुख अखिलेश यादव सहित अन्य नेताओं के 23 जून की सुबह पटना पहुंचने की संभावना है।
बैठक को लेकर बिहार सरकार के वित्त मंत्री और जदयू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी ने कहा कि सभी विपक्षी दल मिलकर चुनाव लड़ेंगे तो भाजपा की वापसी संभव नहीं है। देश की जनता यह मान चुकी है और सारे नेतागण इस बात को महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी दल मिलकर कैसे चुनाव लड़ सकते हैं, इसी पर 23 जून को पटना में होने वाली बैठक में चर्चा होगी।
विपक्षी दलों की बैठक से पहले राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, सीएम नीतीश कुमार से मिले। उनका हालचाल जाना। नीतीश कुमार, स्वास्थ्य कारणों से मंगलवार को तमिलनाडु नहीं जा पाए थे। दोनों नेताओं के बीच 23 जून की बैठक पर भी बातचीत हुई।