देवाधिदेव महादेव का पवित्रमास 04 जुलाई से 31 अगस्त तक
सहरसा । कोसी क्षेत्र के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित तरुण झा जी के अनुसार इस बार 04 जुलाई से सावन का पवित्र महीना शुरु हो रहा है।जिसका समापन 31 अगस्त को सावन पूर्णिमा के दिन होगा।ज्ञात हो कि मलमास अर्थात पुरषोत्तम मास शुक्ल प्रतिपदा से प्रारम्भ होकर अमावस्या को समाप्त होती है। पूर्णिमा इसके बीच मे ही होती है।इस बार मलमास 17 जुलाई से प्रारम्भ होकर 16 अगस्त को समाप्त होगा।
पंडित तरुण झा ने बताया कि ज्योतिष मे 02.5 वर्ष ,05 पखवाड़े,03 दिन और 01 दिन का आठवाँ भाग बीत जाने पर अधिकमास होता है। कैलकुलेशन के आधार पर 32 महीने 18 दिन बीत जाने पर मलमास होता है।
ज्योतिषाचार्य पंडित तरुण झा बताते हैं कि गुरु के अस्त एवं सूर्य के सिंह राशि मे स्थित होने पर अधिक मास मे जो वर्जित कर्म है उसे बिलकुल नहीं करें।इस मलमास मे दैनिक नियमित पूजा, श्राद्ध,या किसी जातक कि कुंडली मे मार्केश वगैरह है तो उसकी शांति हेतु पूजा हो सकती है।लेकिन विवाह, प्रतिष्ठा, गृहप्रवेश,उपनयन, मुंडन इत्यादि बिलकुल भी नहीं करना चाहिए। इस मास के मध्य मे स्नान, जप, दान एवं पितृ तर्पण करने पर उनके ये सारे कर्म ऊर्जावान करते है और काफ़ी लाभदायक होते हैं।
शुद्ध मास (श्रावण ) के सोमवारी व्रत : 10 जुलाई,17 जुलाई,21 अगस्त,28 अगस्त है। मलमास (श्रावण ) अशुद्ध सोमवारी व्रत : 24 जुलाई,31 जुलाई,07 अगस्त,14 अगस्त 2023 है।