विपरीत परिस्थितियों में एसडीआरएफ उत्तराखंड की जीवन रेखा : कमांडेंट
देहरादून । एसडीआरएफ के कमांडेंट का कहना है कि विपरीत परिस्थितियों में चुनौतीपूर्ण मौसम में एसडीआरएफ उत्तराखंड में जीवन रेखा का काम करता है। अब तक 36 रेस्क्यू ऑपरेशन के माध्यम से 284 लोगों का रेस्क्यू करने के साथ 09 शवों को भी बरामद किया गया है। लापता हुए लोगों को खोजा जा रहा है।
उन्होंने शनिवार को बताया कि मानसून के आगमन के साथ ही भारी बारिश और मौसम से बिगड़ी स्थिति के कारण जहां कई क्षेत्र जल और प्राकृतिक आपदा से ग्रस्त हैं वहीं दूसरी ओर एसडीआरएफ राज्य में संचालित कावड़ यात्रा, बेहद चुनौतीपूर्ण चारधाम यात्रा, हेमकुण्ड यात्रा के संचालन को कुशलतापूर्वक सम्पन्न करा रही है।
एसडीआरएफ के कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने मीडिया को बताया कि मुश्किल हालातों में प्रदेश की एसडीआरएफ यानी राज्य आपदा प्रतिवादन बल एक कुशल रक्षक की तर्ज पर हर मोर्चे पर अग्रणी होकर कार्य कर रही है। विगत कुछ दिनों में प्रदेश में हुई भारी बारिश से आम जनता को कई विकट परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। कहीं जलभराव के कारण लोग अपने जलमग्न घरों में फंस गए है तो कहीं भूस्खलन व उफनती नदियों के कारण हादसों का शिकार हो रहे है।
कमांडेंट ने बताया कि प्रदेश में मानसून की दस्तक के साथ ही राज्य के 42 संवेदनशील स्थानों में एसडीआरएफ टीम को तैनात कर दिया गया था। इन टीमों को आधुनिक रेस्क्यू उपकरणों से सज रखा गया है। बीते दिनों हुई भारी बारिश में जनपद हरिद्वार के लक्सर और खानपुर क्षेत्रों के कई गांव में जलभराव होने पर एसडीआरएफ फ्लड रेस्क्यू टीमों ने रेस्क्यू ऑपरेशन्स के माध्यम से 250 लोगों को रेस्क्यू किया गया। एसडीआरएफ की पैरामेडिक्स टीम ने गांव में अस्वस्थ लोगों को आवश्यक उपचार व दवाइयां भी दी गई। गर्भवती महिलाओं व दिव्यांग के लिए जवानों ने अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा की परवाह न करते हुए रेस्क्यू किये गए हैं। जिनकी सराहना आम जनता ने भी की है।
कमांडेंट ने बताया कि बारिश के कारण डाकपथर, ऋषिकेश, कोटद्वार इत्यादि में भी रऊफा द्वारा फंसे हुए कई लोगों को रेस्क्यू किया गया। फ्लड रेस्क्यू टीम ने राफ्ट की बोट्स, रिमोटली ऑपरेटेड लाइफ बॉय से रेस्क्यू ऑपेरशंस को कुशलता से अंजाम दिया। इस जल और प्राकृतिक आपदा के दौर में चुनौतीपूर्ण कार्य के लिए एसडीआरएफ के जवानों को रु 1500 के नकद पारितोषिक से भी पुरस्कृत किया गया है।
उन्होंने बताया कि माह जुलाई में अब तक सम्पूर्ण प्रदेश में एसडीआरएफ ने 36 रेस्क्यू ऑपरेशन के माध्यम से 284 लोगों का रेस्क्यू किया गया जबकि 09 शवों को भी बरामद किया है। इसके अतिरिक्त 06 लापता लोगों की सर्चिंग निरन्तर की जा रही है। उन्होंने बताया मानसून रेस्क्यू के साथ ही एसडीआरएफ द्वारा कांवड़ मेला, चारधाम यात्रा, हेमकुण्ड साहिब यात्रा आदि कैलाश यात्रा में भी सराहनीय कार्य किया जा रहा है। कांवड़ मेले में अभी तक एसडीआरएफ ने 45 कांवड़ियों को डूबने से सकुशल रेस्क्यू किया है। चारधाम यात्रा में अब 150 लोगों को रेस्क्यू कर स्ट्रेचर से अस्पताल पहुंचाकर उनके अनमोल जीवन की रक्षा की गयी जबकि यात्रा के दौरान मृत 09 लोगों के शवों को जिला पुलिस के सुपुर्द किया है।