भारत पाक बंटवारे की त्रासदी का दर्द बयान करेगा बहराइच
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर नगर पालिका में सोमवार को आयोजित होगा कार्यक्रम
जन एक्सप्रेस/संवाददाता
बहराइच। 14 अगस्त को देश भर में मनाए जा रहे विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर शहर के नगर पालिका सभागार में आयोजित कार्यक्रम में बहराइच में मौजूद विस्थापित परिवार भारत पाक बंटवारे की भयानक त्रासदी का दर्द बयान करेंगे। वही विभाजन की त्रासदी झेल चुके बहराइच में निवासरत परिवार के सदस्यों को डीएम की ओर से सम्मानित किया जाएगा।
पर्यटन अधिकारी मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि सन 1947 में भारत पाक बंटवारे की त्रासदी की याद ताजा करने हेतु पीड़ितों के सम्मान में देश भर में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया जा रहा है। इस क्रम में सोमवार दोपहर नगर पालिका सभागार बहराइच में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम में त्रासदी झेल चुके या पीड़ित परिवारों के दस बुजुर्गों को जिलाधिकारी मोनिका रानी द्वारा दुशाला ओढ़ाकर तथा उन्हें पुष्प गुछ देकर सम्मानित किया जाएगा।
पर्यटन अधिकारी ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान 1947 में पाकिस्तान से भारत आए विस्थापित परिवारों के बुजुर्ग उकाड़ा मंडी से आई सीता भल्ला (95), फतेहजंग से चन्द्र कान्ता मल्होत्रा (87), अकालगढ़, गुजरावालां से वेद प्रकाश अरोरा (85) व योगेश अरोरा (76), जिला सक्खर की राधा देवी (85), मंडी बहुलदीन से जसवीर कौर भाटिया, कन्हैया लाल रूपानी, धर्मवीर सिंह, हरवीर कौर तथा रमेश अमलानी को जिलाधिकारी मोनिका रानी सम्मानित करेंगी।
मनीष मल्होत्रा ने बताया कि उनके मरहूम पिता स्वर्गीय श्री अमरीक लाल जब – जब बंटवारे के किस्से बयान करते थे, तब कई घंटों तक आंसू रोके नहीं रूकते थे। उनके पूर्वज खाली हाथ बहराइच पहुंचे थे। गनीमत इतनी थी कि जान बचाकर किसी तरह भारत पहुंचने के बाद सिख गुरूद्वारों और आरएसएस के लोगों ने सेवा भाव में कोई कसर नहीं रखी।
रिफ्यूजी परिवार के कुलभूषण अरोरा ने बताते हैं कि आजादी के बाद देश के बंटवारे के दौरान आतताइयों ने जो जुल्म हम पर ढाये उसे सोच कर भी रूह कांप उठती है।