चीनी राजदूत के विवादास्पद बयान को लेकर संसदीय समिति ने विदेश मंत्री को तलब किया
काठमांडू । नेपाल में चीन के राजदूत ने भारत को लेकर जो विवादास्पद बयान को दिया, उसे लेकर संसदीय समिति ने आज विदेश मंत्री को तलब किया। संसद की अन्तरराष्ट्रीय संबंध समिति ने विदेश मंत्री एन. पी. साउद को बुलाकर इस बारे में जवाब मांगा और साफ कहा कि चीन के राजदूत को बुलाकर मांफी मांगने को कहें या उन्हें उनके देश वापस भेज दें।
संसदीय समिति के अध्यक्ष राजकिशोर यादव ने बताया कि चीन के राजदूत चेन सोंग के द्वारा नेपाल-भारत संबंध को लेकर दिए गए आपत्तिजनक बयान को लेकर विदेश मंत्री को बुलाकर स्पष्टीकरण मांगा गया। चीन के राजदूत ने गत शनिवार को काठमांडू में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि भारत जैसा पडोसी होना नेपाल के लिए दुर्भाग्य है।
चीनी राजदूत के इसी बयान पर नेपाल में चौतरफा विरोध हो रहा है। संसदीय समिति की आज की बैठक में सभी दलों के सांसदों ने एक स्वर में चीनी राजदूत चेन सोंग के द्वारा दिए बयान की निन्दा की। इस समिति के सदस्य तथा पूर्व प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल ने कहा कि नेपाल को किस देश के साथ कैसा संबंध रखना है, इस पर किसी देश के राजदूत को बोलने की आवश्यकता नहीं है।
माओवादी पार्टी के तरफ से समिति में सम्मिलित वर्षमान पुन ने कहा कि विदेश मंत्रालय को इस बारे में चीनी राजदूत को बुलाकर स्पष्टीकरण लेना चाहिए। यदि ऐसे संवेदनशील मामलों में भी हम नहीं बोले तो आने वाले दिन में विदेशी राजदूतों के तरफ से इस तरह की हरकतें बढती जाएंगी।
राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के सांसद शिशिर खनाल ने कहा कि चीनी राजदूत को अपने बयान के लिए माफी मांगना चाहिए। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय को चाहिए कि वो चीनी राजदूत से माफी मांगने को कहे या फिर उन्हें वापस चीन भेज दे। समिति की बैठक के बाद विदेश मंत्री ने कहा कि जल्द ही चीनी राजदूतों को बुलाकर इस पर जवाब तलब किया जाएगा।