लखनऊ । वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) ने उत्तर प्रदेश में 35 सीटें जीती थीं। लोकसभा चुनाव में मिली सफलता के बाद सपा को 2007 के विधानसभा चुनाव में बड़ी उम्मीदें थी लेकिन जनता ने सपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया और बसपा ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई। बीस साल बाद 2024 के चुनाव में सपा ने उत्तर प्रदेश की 37 लोकसभा सीटें जीती हैं।
वर्ष 2004 के लोकसभा में सपा ने उत्तर प्रदेश में 68 सीटों पर प्रत्याशी उतारे, जिसमें से 35 सीटों पर कामयाबी मिली। भाजपा ने 10, बसपा 19, कांग्रेस 09 और राष्ट्रीय लोकदल ने 3 सीटें जीती थीं। इस चुनाव में सपा को 1,42,43,280 (26.74 प्रतिशत) वोट मिले। बसपा को 1,31,39,200 (24.67 प्रतिशत), भाजपा को 1,18,10,187 (22.17 प्रतिशत) और कांग्रेस को 64,12,293 (12.04 प्रतिशत) वोट हासिल हुए। प्रदेश में सबसे ज्यादा सीटें जीतने के बाद सपा को 2007 के विधानसभा चुनाव में इस बात का यकीन था कि वो दोबारा सत्ता हासिल करेगी लेकिन बसपा की सरकार बनी।
उप्र में 2007 के विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ सपा ने कुल 403 सीटों में से 393 पर अपने प्रत्याशी उतारे। 97 सीटों पर सपा को कामयाबी हासिल हुई। सपा के खाते में 1,32,67,674 (26.07 प्रतिशत) वोट आए। 70 सीटों पर उसके प्रत्याशी अपनी जमानत गंवा बैठे। 2004 के आम चुनाव की तुलना में उसके वोट शेयर में मामूली अंतर आया, लेकिन विधानसभा सीटों में उसको बड़ा खामियाजा उठाना पड़ा। इस चुनाव में बसपा को 206 सीटों पर सफलता हासिल हुई। बसपा को 1,58,72,561 (30.43 प्रतिशत) वोट मिले। वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव की तुलना में उसके वोट शेयर में लगभग छह फीसदी का इजाफा हुआ।
अभी हाल में हुए 18वीं लोकसभा के चुनाव में उत्तर प्रदेश की 80 में से 37 सीटें सपा ने जीतीं। भाजपा के खाते में 33 सीटें आई हैं। सपा को 2,94,51,786 (33.59 प्रतिशत) और भाजपा को 3,22,67,072 (41.37 प्रतिशत) मत मिले हैं। बसपा को 82,33,453 (9.39 प्रतिशत) वोट तो मिले, लेकिन उसका खाता नहीं खुला। कांग्रेस ने 82,94,318 (9.46 प्रतिशत) पाकर छह सीटें अपने नाम कीं। इस चुनाव में सपा-कांग्रेस का गठबंधन है। ऐसे में सपा और कांग्रेस को 43.05 फीसदी वोट हासिल हुए। जो भाजपा को मिले 1.68 फीसदी से ज्यादा हैं।