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आगरा: अयोध्या की मिट्टी और गाय के गोबर को मिलाकर तैयार किया गया श्री राम दरबार

आगरा: आगरा नगर निगम की गौशाला में अयोध्या की मिट्टी और गाय के गोबर को मिलाकर श्री राम दरबार को तैयार किया गया है. अयोध्या धाम की मिट्टी को लाकर गाय के गोबर में मिलाकर सुंदर राम दरबार को तैयार किया गया है. राम दरबार के साथ-साथ इसी सामग्री से हवन की लकड़ी, हवन धूप , श्री राम नाम की पटीका केसे कई प्रकार की सामग्रियों को तैयार किया गया है. गौशाला में गाय के गोबर को प्रयोग में लाया गया है साथ ही यह संदेश दिया कि जो लोग गाय को दूध न देने की वजह से खुला छोड़ देते हैं वह गायों का पालन पोषण करें.

गाय के गोबर से निर्मित अनेक प्रकार की सामग्रियों का लाभ उठा सकते हैं. गाय केवल दूध देने वाला पशु नहीं है बल्कि गाय का गोबर कई प्रकार से प्रयोग में लाया जा सकता है , नगर निगम ने अयोध्या धाम की मिट्टी को मिलाकर राम दरबार तैयार किया है साथ ही हवन की लकड़ी को बनाया है. यह हवन की लकड़ी हवन पूजन करने में प्रयोग आ सकती है. इससे पर्यावरण का भी संरक्षण होगा साथ ही गायों के प्रति लोगों की भावनाएं बदलेंगे क्योंकि गाय दूध केवल कुछ समय के लिए दे सकती है परंतु गोबर जन्म से और अंतिम सांस तक देती रहती है जिसको अनेक प्रकार से उपयोग में लाया जा सकता है.

नगर निगम ने तैयार किया राम दरबार
राम दरबार तैयार करने प्रखर जैन ने बताया कि अयोध्या धाम की मिट्टी और गाय के गोबर से राम दरबार को तैयार किया गया है जो बेहद ही सुंदर है और इन्हें आप अपने घर में पूजा पद्धति में प्रयोग कर सकते हैं. इसके साथ ही हवन में प्रयोग की जाने वाली लकड़ी , हवन धूप और राम नाम की पटीका को तैयार किया है जिसे लोग अपने घरों में लगा सकते हैं.हमारा उद्देश्य है कि जो लोग गाय को केवल दूध देने वाला जानवर समझकर दूध न देने पर छोड़ देते हैं.

उनको यह संदेश देना है कि गाय के गोबर के प्रयोग से कई प्रकार की सामग्रियों को तैयार किया जा सकता है. हमने गाय के गोबर और अयोध्या धाम की मिट्टी को मिलाकर कई सामग्री बनाई है. हवन लकड़ी से संदेश देना चाहते हैं कि वृक्षों को कम काटा जाए और पर्यावरण का संरक्षण किया जा सके. इस प्रकार की बनी हुई हवन की लकड़ियों का प्रयोग किया जा सकता है. गाय के गोबर से निर्मित हवन लकड़ी बिल्कुल शुद्ध है और इनको आप अपने घरों में होने वाले हवन में प्रयोग ला सकते हैं.

 

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