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विभाग के ही काबू में नहीं हैं बड़े बाबू
जन एक्सप्रेस/सुनहरा।
हर अवैध लेन-देन में होता है बड़े बाबू का हिस्सा
लखीमपुर-खीरी। जब से बिजली महकमे में संविदा कर्मचारी और ठेका व्यवस्था लागू हुई है। तबसे विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों, संविदा और ठेकेदारों में खासा गठजोड़ बना नजर आ रहा है। मीटर रीडिंग के लिए तैनात संविदाकर्मी ठेकेदारों के लिए घर-घर की जासूसी करते हैं। मीटर उतारने, बदलने और लगाने का जिम्मा लेने वाले ठेकेदार और उनके अधीनस्थ कर्मचारी इन घरों में पहुंचकर तरह-तरह का खौफ दिखाते हैं। कनेक्शन काटने से लेकर जेल भेजने तक खौफ दिखाते हुए मोटी रकम वसूलते हैं। होने वाली कमाई का बड़ा हिस्सा बिजली विभाग में तैनात अधिकारियों और बाबुओं तक भी पहुंचता है। इसकी बानगी तब सामने आई जब एक घर की मुखबिरी करने वाले संविदा कर्मी और ठेकेदार के बीच हुई बातचीत की रिकार्डिंग जन एक्सप्रेस कार्यालय तक पहुंची।मीटर रीडिंग लेने वाले संविदाकर्मी ने मीटर ठेकेदार दिलीप श्रीवास्तव को बताया कि आज वह देउवापुर में एक महिला के घर रीडिंग लेने गया था। उक्त महिला के घर की रीडिंग अधिक है जबकि बिल कम आ रहा है। इसे अलावा वहां ओवरलोडिंग भी बहुत है। संविदाकर्मी ने बताया कि यदि इस घर में छापेमारी की जाए तो बड़ी रकम हाथ लगेगी। दोनों की बातचीत में बिजली विभाग में तैनात बड़े बाबू आलोक श्रीवास्तव द्वारा भी हिस्सेदारी की बात कही गयी। बातचीत में कहा गया कि बड़े बाबू आलोक श्रीवास्तव को भी समझना पड़ेगा। यदि उन्हें नहीं समझा गया तो बात नहीं बनेगी। इसके अलावा अन्य विभागीय अधिकारियों को भी पैसा पहुंचाना पड़ेगा। सहमति बनने के बाद महिला का नाम बताया गया। इस महिला का क्या होगा यह तो जल्द ही पता चल जाएगा। फिलहाल इस बात की पुष्टि एक बार फिर हो गयी कि इस समय उपभोक्ताओं को लूटने के लिए विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, ठेकेदार और संविदाकर्मी गठजोड़ बनाए हुए हैं।विगत दिनों कई ऐसे मामले सामने आए जिसमें नियमों को ताख पर रखकर मीटर ठेकेदार और उनकी टीम विजिलेंस की भांति घरों में पहुंचती है। ठेकेदार तरह-तरह की कमियां बताकर उपभोक्ताओं को डराता है। कभी कनेक्शन काट देने तो कभी जेल भेजने की धमकी देकर अवैध वसूली करता है। धमकियां देने के साथ-साथ यह ठेकेदार यह भी कहते हैं कि यदि यहीं मामला समझ लोगे तो ठीक है। अधिकारियों तक बात पहुंची तो भारी जुर्माना देना पड़ेगा।