गुजरात में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। प्रदेश में अपनी पैठ बनाने के लिए आम आदमी पार्टी लगातार प्रयास कर रही है। पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल लगातार अहमदाबाद के दौरे कर रहे हैं। जनता से लोकलुभावने वादे भी किए जा रहे हैं और निशाने पर बीजेपी की सरकार लगातार है। लेकिन चुनावी माहौल के बीच आप को गुजरात में एक बड़ा झटका लगा है। भारतीय ट्राइबल पार्टी ने आम आदमी पार्टी के साथ अपना गठबंधन तोड़ लिया है। इसको लेकर औपचारिक ऐलान भी कर दिया गया है। बीटीपी मई से अरविंद केजरीवाल की पार्टी के साथ गठबंधन में थी।
भारतीय ट्राइबल पार्टी के नेता छोटू भाई वसावा ने हिन्दुस्तान टाइम्स से बात करते हुए कहा कि देश में स्थिति बहुत खराब है और हम किसी टोपीवाले के साथ संबंध नहीं रखना चाहते हैं। चाहे वो भगवा टोपी पहनने वाले हों या झाड़ू के प्रतीक के साथ सफेद टोपी पहनने वाले हों। बीटीपी के संस्थापक छोटू वसावा ने कहा कि ये सभी एक जैसे ही हैं। यह देश पगड़ी पहने लोगों का है और सभी दलों ने आदिवासियों के मुद्दों की अनदेखी की है। बता दें कि बीते दिनों केजरीवाल, छोटू वसावा और उनके बेटे महेश वसावा ने एक “आदिवासी संकल्प महासम्मेलन” में गठबंधन की घोषणा की थी। इस सम्मेलन को 1 मई को भरूच के चंदेरिया गांव में संयुक्त रूप से संबोधित किया था।लेकिन दोनों गठबंधन सहयोगियों के बीच संबंधों में जल्द ही खटास आ गई। 31 अगस्त को बीटीपी ने घोषणा की कि वह इस साल दिसंबर में होने वाले राज्य चुनावों में सभी 182 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। पिछले हफ्ते घोषित उम्मीदवारों की अपनी तीसरी सूची में आप ने आदिवासी सीटों के लिए उम्मीदवारों का नाम जारी रखा।