राजधानी में बसपा कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन: गृहमंत्री अमित शाह के बयान पर आक्रोश
अंबेडकर पर टिप्पणी के खिलाफ सड़कों पर उतरे कार्यकर्ता

जन एक्सप्रेस/ राज्य मुख्यालय: लखनऊ में मंगलवार को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहब भीमराव अंबेडकर पर की गई टिप्पणी के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। बसपा प्रमुख मायावती के आह्वान पर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के तहत राजधानी के हजरतगंज इलाके में पार्टी कार्यकर्ताओं ने झंडे, संविधान की प्रतियां और अंबेडकर की तस्वीरों के साथ अपनी आवाज बुलंद की। हल्की बारिश के बावजूद कार्यकर्ताओं ने भाजपा और गृहमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की और अमित शाह से इस्तीफे की मांग की।
अंबेडकर प्रतिमा पर प्रदर्शन, भाजपा पर निशाना
कार्यकर्ताओं ने अंबेडकर प्रतिमा के पास विरोध प्रदर्शन किया और संविधान निर्माता के सम्मान में झंडा लहराया। प्रदर्शनकारियों ने भाजपा पर दलित समाज के प्रति सम्मान न रखने और केवल राजनीतिक लाभ के लिए उनका नाम इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। बसपा के सुनील कुमार गौतम ने कहा कि गृहमंत्री जैसे उच्च पद पर बैठे व्यक्ति का ऐसा बयान संविधान निर्माता और देश के दलित समाज का अपमान है। उन्होंने मांग की कि अमित शाह को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए या नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए।
“बाबा साहब का अनादर असहनीय”: कार्यकर्ताओं का आह्वान
प्रदर्शन में शामिल बसपा नेताओं ने अंबेडकर को भगवान के समान पूजनीय बताया। पूर्व मंडल प्रभारी दिनेश ने कहा कि अंबेडकर ने वंचितों और उपेक्षितों के लिए मानवाधिकार और आत्मसम्मान की लड़ाई लड़ी थी। उनके खिलाफ अपमानजनक बयान न केवल दलित समाज बल्कि पूरे देश का अपमान है। कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि जब तक गृहमंत्री माफी नहीं मांगते, विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने इसे देश की सामाजिक समरसता और संवैधानिक मूल्यों पर हमला करार दिया।