सूरत कोर्ट के फैसले को भाजपा ने बताया ऐतिहासिक

कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लेकर सूरत कोर्ट में बड़ा फैसला देते हुए मानहानि के मामले में उन्हें दोषी पाया था और 2 साल की सजा सुनाई थी। इसके बाद आज राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता भी रद्द कर दी गई है। अब इसको लेकर कांग्रेस जबरदस्त तरीके से भाजपा पर हमलावह है। वहीं भाजपा ने सूरत कोर्ट के फैसले को ऐतिहासिक बताया। भाजपा की ओर से साफ तौर पर कहा गया कि कोर्ट के फैसले से पार्टी का कोई लेना देना नहीं है। पार्टी की ओर से केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान एक संवाददाता सम्मेलन करने आए। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज साबित हुआ कि भारत के कानून एक पद्धति सबके लिए समान है। यहां किसी को भी गाली गलौज करने का अधिकार नहीं है।
राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता जाने पर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि देश में यह पहला मामला नहीं है। कांग्रेस चाहती है कि उसके लिए एक अलग कानून बने, अलग बर्ताव हो। सामंतवादी मानसिकता का कांग्रेसी शिकार है। कई सांसदों-विधायकों को सजा सुनाई जा चुकी है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने एक सार्वजनिक सभा में प्रधानमंत्री जी के सरनेम के साथ अपशब्द जोड़ा था। जातिवाचक शब्द का प्रयोग करके अभद्र भाषा का प्रयोग किया था।