चित्रकूट

मऊ और मानिकपुर में बस अड्डा बना चुनावी मुद्दा

Listen to this article
  • मऊ कस्बे का मार्केट बना अघोषित बस अड्डा

 

  • मानिकपुर बाजार में बेतरतीब खड़ी बसों से यातायात होता बाधित
स्पेशल रिपोर्ट – सचिन वन्दन

 

चित्रकूट।

प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद अपना प्रचार-प्रसार शुरू कर दिया है। प्रत्याशियों की तरफ से मतदाताओं को आकर्षित करने लोक-लुभावने वादों की बरसात शुरू कर दी गई है। लेकिन सच और झूठ तो जनता भलीभांति जानती है,कि किसके वादे में कितना दम है। इसी बीच मानिकपुर और मऊ नगर पंचायत से बस अड्डा का तेजी से मुद्दा उठ रहा है‌। बस अड्डा चुनावी मुद्दा बनता जा रहा है। बस स्टैंड न होने से वाकई मे बड़ी समस्या से लोगों को जूझना पड़ रहा है। मऊ और मानिकपुर दोनों नगरों में बस अड्डा न होने से बीच सड़क पर बसें,आटो,रिक्सा आदि वाहन खड़े होते हैं। जिससे अक्सर जाम की मुसीबत के साथ-साथ लोगों को दुर्घटनाओं का शिकार होना पड़ता है। मानिकपुर और मऊ नगर की जनता का साफतौर पर कहना है कि, जिस प्रत्याशी द्वारा बस अड्डा बनवाने का भरोसा दिलाया जाएगा उसी को वोट करेंगे। मानिकपुर नगर के शेषपाल, कमल सिंह , राजेश कुमार, मनोहर आदि लोगों ने बताया कि नगर में बस अड्डा न होना से बहुत बड़ी समस्या है।जाम और दुर्घटनाओं का शिकार होना पड़ता है। इसको लेकर कई बार नगरवासियों ने की बार जनप्रतिनिधियों से लेकर उच्चाधिकारियों से अवगत कराया है, लेकिन जिम्मेदारों द्वारा आज तक कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए गए। वहीं मानिकपुर नगर के शिवपूजन, मनोज कुमार, संगीता देवी, जगतपाल आदि नगरवासियों ने बताया कि हमारे नगर में अनेकों समस्याएं हैं, लेकिन बस अड्डा न होना प्रमुख समस्या है। स्टैंड न होने से बीच बाजार में रास्ते के दोनों तरफ जीपें और बसें खड़ी हो जाने से जाम जैसी स्थिति बन जाती है। जहां अक्सर राहगीर हादसे का शिकार हो जाते हैं।

मऊ कस्बे का मार्केट बना अघोषित बस अड्डा

मऊ नगर पंचायत का में मार्केट अघोषित बस अड्डा बन गया है। सवारियों को बैठाने व उतारने के लिए बसें,आटो और रिक्शा आदि वाहन बीच सड़क पर अवैध तरीके से खड़े हो जाते हैं। जो काफी देर तक रोड़ को जाम किए रहते हैं। जबकि यह मार्ग झांसी -मिर्जापुर नेशनल हाईवे होने के कारण अति व्यस्ततम मार्ग है।लेकिन मऊ नगर मे बस अड्डा न होने से नेशनल हाईवे पर ही बसें खड़ी होती हैं। जो सड़क को पूरी तरह से जाम कर लोगों के लिए मुसीबत खड़ी कर देती हैं। बीच सड़क पर वाहन खड़े होने से अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं। बस अड्डा न होने से बीच सड़क पर वाहनों का खड़ा होना वाजिब भी है। इससे शहर की खूबसूरती पर भी बिगड़ रही है। इसमें सबसे बड़ी लापरवाही और उदासीनता स्थानीय प्रशासन की है।

 

आखिर मऊ पुलिस क्यों नहीं ले रही एक्शन ?

सबसे खास बात तो यह है कि बीच सड़क पर अवैध तरीके से खड़े हो रहे वाहन मऊ थाना गेट के बिल्कुल सामने खड़े हो जाते हैं। जिनके कंधों पर कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी है, वहीं तमाशबीन बने हुए हैं। मऊ में बस अड्डा न होने से लाजमी है कि वाहन सड़क पर ही खड़े होंगे, लेकिन इतनी दबंगई के साथ बेतरतीब खड़े वाहन लोगों के लिए मुसीबत बने हुए हैं। यहां तक कि मऊ थाना के इंट्री गेट को भी नहीं छोड़ रहे। थाना गेट को अवैध वाहनों द्वारा जाम कर दिया जाता है। बावजूद पुलिस द्वारा किसी भी प्रकार का एक्शन नहीं लिया जाता‌। अपने आपमें बहुत बड़ा सवाल है कि, आखिर मऊ पुलिस अवैध तरीके से खड़े हो रहे वाहनों पर एक्शन क्यों नहीं ले रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मऊ थाना क्षेत्र में एक सैकड़ा के लगभग डग्गामार वाहन चल रहे हैं, जिनसे हर महीने बकायदा वसूली की जाती है।

जब हवा में चला अभियान तो कैसे होगा समाधान ?

पूरे उत्तर प्रदेश में अवैध टैक्सी, ऑटो व बस स्टैंड के संचालन की रोकथाम के लिए एक 15 मार्च से 15 अप्रैल तक पूरा एक महीने तक विशेष अभियान चलाया गया लेकिन धरातल पर इस अभियान का कोई विशेष असर नहीं दिखा‌। जबकि यह पूरा अभियान एक महीने तक चला, लेकिन इसका खास असर देखने को नहीं मिला। स्थिति आज भी जस की तस बनी हुई है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद भी जिले में अनाधिकृत बस व टैक्सी स्टैंड आबाद हैं। यातायात व्यवस्था को सुधारने वाले जिम्मेदारों के लचर कार्यशैली के कारण जाम की समस्या से जूझते हुए हादसे का शिकार होना पड़ रहा है। लेकिन यह अभियान कागज से बाहर नहीं निकल पाया। आटो, रिक्शा,निजी बसें बेरोकटोक चाहें जहां से सवारी बैठाएं चाहे जहां रोककर सवारी उतारें। उनपर कोई भी अंकुश नहीं है। कुल मिलाकर यह अभियान हवा तैरता रह गया‌ कागज के बाहर निकल ही नहीं पाया।

मानिकपुर बाजार में बेतरतीब खड़ी बसों से यातायात बाधित

मानिकपुर नगर में स्थायी बस स्टैंड न होने के कारण सड़क पर अवैध रूप से खड़े हो रहे वाहन हादसे को आमंत्रित दे रहे हैं। बेतरतीब खड़े वाहनों से यात्रियों की परेशानियां बढ़ी है। कहीं जाम तो कहीं लोग हादसे का शिकार हो जा रहे हैं , फिर भी जिम्मेदारों से कोई लेना देना नहीं है। बीच बाजार में बसों के घुसने से पैदल यात्रियों को भी भारी परेशानियों से गुजरना पड़ता है। मानिकपुर नगर के मेन मार्केट को बस संचालकों द्वारा अवैध रूप से बस अड्डा बना लिया गया है।मानिकपुर नगर पंचायत का दर्जा मिले तकरीबन सात दशक बीत गए लेकिन आज तक यहां बस स्टैंड की स्थापना नहीं हो पाई है। जो यहां के स्थानीय नेताओं के नाकामी को साबित करता है। प्रशासन द्वारा भी इस ओर कदम उठाना उचित नहीं समझा रहा। स्थानीय प्रशासन द्वारा समय-समय पर सड़क किनारे अवैध रूप से खड़ी बसों को हटवाकर खानापूर्ति कर ली जाती है। दो दिन बाद फिर वही स्थिति हो जाती है। पुलिस द्वारा भी कोई कार्यवाही नहीं की जाती।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button