
जन एक्सप्रेस /लखनऊ: महानगर के कई अलग-अलग क्षेत्रों में रहने वाले बुजुर्गों को उनके ही क्रेडिट कार्ड से खरीदारी कर साइबर जालसाजों ने लाखों रुपये की चपत लगा दी। खुलासा तब हुआ जब पीड़ितों ने इस संबंध में साइबर क्राइम पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है।
जानकारी के अनुसार शालीमार गैलेंट निवासी बुजुर्ग अनूप श्रीवास्तव के पास अमेरिकन एक्सप्रेस का क्रेडिट कार्ड है। पीड़ित ने क्रेडिट कार्ड बंद करवाने के लिए टोल फ्री नंबर पर कॉल की, लेकिन कॉल साइबर जालसाजों को लग गई। साइबर जालसाज ने झांसा देकर उनके क्रेडिट कार्ड से 6,36,527 रुपये पार कर दिए।
इसी तरह, विपुल खंड स्थित अवध अपार्टमेंट में रहने वाले बुजुर्ग कमलेंद्र प्रसाद के पास एक क्रेडिट कार्ड है। 21 जनवरी को उनके क्रेडिट कार्ड की मदद से अमेजन पर खरीदारी का मेल आया। पीड़ित ने बैंक के कस्टमर केयर पर कॉल की। जानकारी दी कि क्रेडिट कार्ड उन्हीं के पास है और उन्होंने किसी को ओटीपी भी नहीं बताया है। इसके बावजूद उनके क्रेडिट कार्ड से 7,94,313 रुपये की ऑनलाइन शॉपिंग कर ली गई।
बॉस बनकर लगाया 78 लाख का चूना
रायबरेली रोड स्थित शहीद नगर कॉलोनी निवासी सर्वेश द्विवेदी टैक्स इंडिया कंपनी में 27 साल से अकाउंट मैनेजर हैं। 16 फरवरी की शाम उनके वॉट्सऐप पर एक मेसेज आया। मेसेज करने वाले ने दावा किया कि वह पीड़ित का बॉस मयूर गर्ग है। उनका यह नया नंबर है। डीपी पर बॉस की फोटो भी लगी थी। इसके बाद साइबर जालसाज ने पीड़ित का बॉस बनकर 78 लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए। कॉल रिसीव न होने पर पीड़ित इंडसइंड बैंक गया तो पता चला कि जिस खाते में रुपये ट्रांसफर हुए थे, वह दूसरे खातों में भेज दिए गए हैं। सर्वेश ने बॉस को फोन किया तो ठगी का पता चला। साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
दोगुना से अधिक मुनाफा होने का झांसा देकर 27.55 लाख रुपये ट्रांसफर करवाए
इंदिरानगर सी-ब्लॉक निवासी रवि वाधवान ने बताया कि फेसबुक पर अर्पिता नाम से रिक्वेस्ट आई। एक्सेप्ट करने पर युवती ने कहा कि वह बेंगलुरु में एक गारमेंट कंपनी में जॉब करती है। बातचीत के दौरान उसने बिटकॉइन ट्रेडिंग के बारे में बताया। पीड़ित का दोगुना से अधिक मुनाफा होने का झांसा देकर 27.55 लाख रुपये ट्रांसफर करवा कर ठग लिए।