मलिन बस्तियों को नियमित करने और मालिकाना हक़ देने की मांग
देहरादून । कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने बुधवार को कहा कि प्रदेश भर में फैली साढ़े पांच सौ से ज्यादा मलिन बस्तियों को नियमित करने और मालिकाना हक़ देने के लगातार तीसरी बार अध्यादेश ला कर मलिन बस्तियों के लोगों पर एहसान लाद कर सिर्फ वोटों की सौदेबाजी कर रही है। कांग्रेस को यह मंजूर नहीं है। कांग्रेस अब उत्तराखंड मलिन बस्ती विकास परिषद कांग्रेस के बैनर तले मालिकाना हक़ की आर पार की लड़ाई सरकार से लड़ने के लिए तैयार है।
कांवली के शास्त्रीनगर खाले में आंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष आयोजित विशाल धरने को संबोधित करते हुए सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि दीपावली के तत्काल बाद वे पूरे राजधानी देहरादून समेत राज्य के हर जिले की मलिन बस्तियों में मालिकाना हक़ न्याय यात्रा शुरू करेंगे।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में राज्य की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने मलिन बस्तियों के गहन सर्वे व अध्ययन के पश्चात बाकायदा नियमावली बना कर विधानसभा से पारित करवा कर राज्य की मलिन बस्तियों को नियमित करने और उनके लोगों को मालिकाना हक देने की कार्यवाही शुरू कर दी थी। 1017 में राज्य में भाजपा सरकार बनने के बाद भाजपा सरकार ने उक्त कार्रवाही को रोक कर ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
धरने को संबोधित करते हुए महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डाक्टर जसविंदर सिंह गोगी ने कहा कि मलिन बस्तियों के लोग अब भाजपा की चालाकी और धोखे को पूरी तरह से समझ गई है और यह बात भी सारे गरीब लोग समझ गए हैं कि अगर मलिन बस्तियों को नियमित करने और मालिकाना हक़ देने का साहस किसी में है तो वह सिर्फ कांग्रेस में है।
धरने में प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री जगदीश धीमान, निवर्तमान पार्षद संगीता गुप्ता, इलियास अंसारी, मुकीम अहमद, पूर्व पार्षद राजेश पुंडीर, महानगर उपाध्यक्ष अवधेश कथिरिया ,ब्लॉक अध्यक्ष कांवली विक्रांत राठी , ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष यमुना कालोनी प्रमोद गुप्ता, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष प्रेमनगर जितेंद्र तनेजा, कैंट कांग्रेस महिला अध्यक्ष सुशीला शर्मा, मगन सिंह पुंडीर,संजय भारती, राम कुमार थपलियाल, शुभम सैनी, इजहार, सुल्तान, अंजू भारती, अनिता दास, गुड्डी, विमलेश, उर्मिला, राजेंद्र राज, नईम समेत सैकड़ों की संख्या में मलिन बस्ती वासी शामिल थे।