ट्रैफिक पुलिस के दरोगा बने लोगों के लिए मिसाल
काम के प्रति ईमानदारी और निडरता से रहते हैं चर्चा में
जन एक्सप्रेस/शोभित शुक्ला
बाराबंकी। पूर्व में जिले के ट्रैफिक पुलिस के दरोगा रहे संजीव पाल इन दिनों प्रदेश के ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के लिए मिसाल बन गए है। काम के प्रति ईमानदारी व निडरता ऐसी कि लापरवाही पाने पर एनएचएआई के बड़े अधिकारियों के विरुद्ध भी शिकायती पत्र दे डाला। हालांकि पुलिस महकमे ने यातायात उपनिरीक्षक द्वारा दिये गए शिकायत पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं की। लेकिन इस काम के लिए उनपर विभागीय जांच जरूर बैठा दी गई है। पूछने पर यातायात उपनिरीक्षक रहे संजीव पाल बताते हैं कि बीते महीने में रामनगर चौराहे पर एक सड़क दुर्घटना हुई थी। जिसमें सड़क पर यातायात संकेत को का पर्याप्त ना होना पाया गया था। उच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुसार यदि दुर्घटना का कारण एनएचआई की लापरवाही निकल कर आती है। तो संबंधित के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। जिसको लेकर एक शिकायती पत्र एनएचआई के विरुद्ध उचित कार्रवाई करने के लिए थाना रामनगर को दिया था। जिस पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
फाइव E के है माहिर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों पर वर्तमान में यूपी में ट्रैफिक पुलिस सड़क सुरक्षा व यातायात संचालन के लिए 5 E पर कार्य करती है। यानी कि एनेक्टमेंट, इंजीनियरिंग, इंफोर्समेंट, एनवायरनमेंट एजुकेशन, इन सभी का बेहतर तालमेल सड़क सुरक्षा नियमों में जरूरी है। जिसमें यातायात उप निरीक्षक संजीव पाल को बेहतर जानकारी है। उनके द्वारा बनाए गए सड़क सुरक्षा के डिजाइन को स्वयं एनएचआई ने फॉलो करने की बात कही है। शहर के अंदर तीन पार्किंग स्थलों का चयन, फुटपाथ व डिवाइडर निर्माण सहित सराहनीय कार्यों का एक प्रस्ताव उप निरीक्षक द्वारा जिलाअधिकारी को दिया गया है।
लाखों बच्चों के बने यातायात शिक्षक
उप निरीक्षक संजीव पाल अपने बेहतर शिक्षण अनुभव के चलते जिले के सैकड़ों विद्यालयों के लाखों छात्रों के यातायात शिक्षक रहे है। इन्हें यातायात नियमों का पालन करने वाले लोगों से कभी हाथ मिलाते,गुलाब फूल देते तो कभी हेलमेट पहनाते देखा जाता था। इन्होने आईटी सेक्टर के इंजीनियर लड़कों को यमराज बनाकर लोगों को जागरूक किया तो कभी अपनी सूझबूझ के चलते टीवी सुप्रसिद्ध कलाकार कविता कौशिक जब बाराबंकी शूटिंग करने आए तो उनके हाथों से सड़क सुरक्षा के हैंड बिल वितरित करा दिए।