मध्य प्रदेश में बारिश का दौर जारी, आठ जिलों में भारी बारिश की चेतावनी

भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों जमकर बारिश हो रही है। गुरुवार को प्रदेश के कई इलाकों में जमकर पानी बरसा। राजधानी भोपाल में सुबह से शुरू हुआ फुहारों का दौर शाम तक जारी रहा और रात करीब आठ बजे तेज बारिश शुरू हो गई। करीब एक घंटे हुई तेज बारिश से पूरा शहर तरबतर हो गया। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों के दौरान राज्य के आठ जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है।
प्रदेश में गुरुवार को कई जिलों में तेज बारिश हुई। ग्वालियर में नौ घंटे के भीतर एक इंच से ज्यादा बारिश हो गई। नर्मदापुरम में आधा इंच, छिंदवाड़ा, गुना, बैतूल, उज्जैन, भोपाल और पचमढ़ी में भी हल्की बारिश दर्ज की गई। शिवपुरी जिले में सबसे ज्यादा 87 मिमी यानी सवा तीन इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।
लगातार बारिश के कारण शाजापुर शहर के बीच से गुजरी चीलर नदी उफान पर आ गई। पुलिया से पानी बह रहा है। शहर दो हिस्सों में बंट गया। रायसेन के बेगमगंज में हुई तेज बारिश से बीना नदी उफान पर चल रही है। नर्मदा, पार्वती नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है।
बीते दो दिन से हो रही लगातार बारिश के कारण विदिशा जिले के सिरोंज, कुरवाई और गंजबासौदा क्षेत्र के लगभग 20 गांवों में बाढ़ जैसे हालात बन गए। विदिशा में सबसे अधिक नुकसान ग्राम मदउखेड़ी, इमलिया और फतेहपुर में हुआ है। इन तीनों गांवों में ही 25 से अधिक लोगों के घर धराशायी हो गए।
मौसम विभाग के अनुसार सीहोर, बैतूल, हरदा व शाजापुर, इंदौर, उज्जैन, आशोकनगर और नर्मदापुरम में भारी वर्षा की संभावना हैं। यहां पर भारी वर्षा और व्रजपात कि संभावना व्यक्त की है। इन सभी स्थानों पर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जबकि राजधानी भोपाल में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
भोपाल मौसम विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों से प्रदेश में रुक-रुककर वर्षा हो रही है। अभी मौसम खुलने की संभावना नहीं है। उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। 16 जुलाई को इस चक्रवात के ऊर्जावान होने की संभावना है। उसके प्रभाव से 17 जुलाई से मप्र में मानसून की गतिविधियों में और तेजी आने के आसार हैं।






