जायद फसलों के लिए फरवरी मध्य से मार्च के प्रथम सप्ताह तक का समय सबसे उपयुक्त
जन एक्सप्रेस संवाददाता
कानपुर नगर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. डी.आर. सिंह के निर्देश के क्रम में बुधवार को कल्याणपुर स्थित साकभाजी अनुभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. आई. एन. शुक्ला ने किसानों को समय से फसल बुवाई के लाभों के बारे में बताते हुए कहा कि जायद की फसलों के लिए फरवरी मध्य से मार्च के प्रथम सप्ताह तक का समय सबसे उपयुक्त होता है। उन्होंने कहा कि खीरे की खेती की उन्नतशील प्रजातियां स्वर्ण पूसा, स्वर्ण अगेती, कल्याणपुर हरा, पंत खीरा- 1, जापानी लांग ग्रीन आदि को अपनाकर अधिक लाभ प्राप्त किया जा सकता है। डॉ. खलील खान ने बताया कि खीरे की फसल से अच्छी पैदावार प्राप्त करने के लिए उर्वरकों का प्रयोग आवश्यक है। दो से ढाई कुंतल गोबर की कंपोस्ट खाद, 50 किलोग्राम नाइट्रोजन, 60 किलोग्राम फास्फोरस तथा 60 किलोग्राम पोटाश प्रति हेक्टेयर प्रयोग करना चाहिए।