खतरे के निशान की ओर बढ़ रही घाघरा
एसडीएम कैसरगंज ने तटबंध एवं बाढ़ राहत चौकियों का किया निरीक्षण

जन एक्सप्रेस/ संवाददाता
कैसरगंज, बहराइच। घाघरा नदी में मंगलवार की सुबह नेपाल के बनबसा बैराज से छोड़े गए पानी के बाद जलस्तर बढ़ गया है। हालांकि अभी जिले का कोई गांव बाढ़ की चपेट में नहीं आया है। लेकिन कटान होने से ग्रामीण दहशत जदा हैं। संभावित बाढ़ के खतरे को देख कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने लगे हैं। इस बीच प्रशासन सतर्क हो गया है। एसडीएम कैसरगंज ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर बाढ़ राहत चौकियों का निरीक्षण किया। संबंधित कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
गिरजा बैराज से मंगलवार कि सुबह छोड़े गए 2 लाख 83 हजार क्यूसेक पानी अब घाघरा नदी में पहुंच चुका है। एल्गिन ब्रिज पर घाघरा का जलस्तर बुधवार को 105.226 मापा गया। खतरे का निशान 106.07 सेंटी मीटर है। घाघरा नदी का संभावित बाढ़ के लिए निर्धारित खतरे का निशान 107.606 सेंटीमीटर है। घागरा और सरयू नदी अभी खतरे के निशान से नीचे बह रही है। घाघरा और सरयू नदी में बुधवार को गिरजाघर से छोड़ा गया पानी पहुंचने से जल स्तर बढ़ गया।
नदियों के तटवर्ती इलाकों में कटान शुरू हो गई है।
तहसील कैसरगंज के अंतर्गत समस्त तटबंध एवं बाढ़ राहत चौकियों का उप जिलाधिकारी पंकज दीक्षित ने निरीक्षण किया और सभी बाढ़ राहत चौकियों पर सारे अधिकारी और कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई है। लेखपाल कानूनगो को सख्त हिदायत दी गई है कि वह अपने बाढ़ चौकियों पर मुस्तैद रहें। उप जिलाधिकारी के साथ नायब तहसीलदार पीपी गिरी वह तमाम कर्मचारी साथ मौजूद रहे।