गुलाम नबी आजाद के बदल गए सुर
कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद ने रविवार को एक बार फिर से कांग्रेस का जिक्र किया। इसके साथ ही, उन्होंने आगामी हिमाचल प्रदेश और गुजरात में पार्टी के अच्छा प्रदर्शन करने की कामना भी की। मालूम हो कि कुछ महीने पहले गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था और फिर नई पार्टी का गठन भी किया।
गुलाम नबी आजाद ने कहा, ”हालांकि, मैं कांग्रेस से अलग हो गया हूं, लेकिन मैं उनकी धर्मनिरपेक्षता की नीति के खिलाफ नहीं था। इसका कारण पार्टी का सिस्टम कमजोर होना था। मैं अब भी चाहता हूं कि कांग्रेस गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करे। AAP ऐसा करने में सक्षम नहीं।” उन्होंने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी सिर्फ दिल्ली की पार्टी है। वह पंजाब को भी कुशलता से नहीं चला पा रहे हैं। सिर्फ कांग्रेस ही हिमाचल और गुजरात में बीजेपी को चैलेंज कर सकती है, क्योंकि उनकी एक समावेशी नीति है।
अगस्त में कांग्रेस से दिया था इस्तीफा
73 वर्षीय गुलाम नबी आजाद ने 26 अगस्त को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। इसके अलावा उन्होंने सोनिया गांधी को लंबा चौड़ा पत्र भी लिखा था और राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा था। बता दें कि गुलाम नबी आजाद जी-23 नेताओं में शामिल थे। उनके पार्टी छोड़ने के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस चीफ फारूक अब्दुल्ला ने भी उन्हें ऑफर दिया था और कांग्रेस की आलोचना की थी, लेकिन बाद में उन्होंने खुद की पार्टी का गठन किया।
डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी रखा है नाम
गुलाम नबी आजाद ने बीते दिनों अपनी नई पार्टी के नाम की घोषणा भी कर दी। उन्होंने अपनी पार्टी का नाम ‘डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी’ रखा है। इसके बाद उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी में धर्म निरपेक्ष लोग ही शामिल हो सकते हैं। उन्होंने जनता से पार्टी के नाम को लेकर सुझाव भी मांगे थे।