सशक्त भारत के लिए स्वस्थ भारत जरूरी: सीएम योगी
जन एक्सप्रेस, गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ‘सशक्त भारत’ के निर्माण के लिए ‘स्वस्थ भारत’ का होना आवश्यक है। उन्होंने सोमवार को महंत दिग्विजयनाथ पार्क में आयोजित आयुष्मान वय वंदना कार्ड वितरण समारोह में प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें हर नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 19 लाभार्थियों को वय वंदना कार्ड वितरित किए और उन्हें सुदीर्घ और स्वस्थ जीवन की शुभकामनाएं दीं।
मेडिकल सुविधाओं में ऐतिहासिक सुधार
सीएम योगी ने बताया कि डबल इंजन की सरकार ने प्रदेश के 75 में से 65 जिलों में मेडिकल कॉलेजों की सौगात दी है। 2017 से पहले प्रदेश में मात्र 12 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे, लेकिन अब 16 नए मेडिकल कॉलेज शुरू किए गए हैं। उन्होंने गोरखपुर और पूर्वी उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र में आए बदलाव पर चर्चा करते हुए कहा कि जहां पहले इंसेफेलाइटिस के कारण बच्चों की जान जाती थी, वहीं अब प्रभावी नियंत्रण से इस बीमारी पर काबू पा लिया गया है। गोरखपुर में एम्स और सुपर स्पेशलिटी सेवाओं की शुरुआत के साथ ही आसपास के जिलों में भी मेडिकल सुविधाओं का विस्तार किया गया है।
आयुष्मान योजना: दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना
मुख्यमंत्री ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना, जिसे 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरू किया था, दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है। उत्तर प्रदेश में 5 करोड़ 25 लाख आयुष्मान हेल्थ कार्ड बनाए जा चुके हैं और प्रदेश में 9 करोड़ से अधिक लाभार्थी सूचीबद्ध हैं। गोरखपुर में इस योजना के तहत 320 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। जिन नागरिकों को इस योजना का लाभ नहीं मिला, उन्हें मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री राहत कोष के माध्यम से मदद दी जा रही है।
उत्तर प्रदेश: बीमारू से उत्तम प्रदेश की ओर
कार्यक्रम में सांसद रविकिशन ने मुख्यमंत्री योगी की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्य की छवि से निकालकर उत्तम प्रदेश बना दिया है। प्रदेश में अब तक 55 लाख लोग आयुष्मान योजना के तहत मुफ्त इलाज का लाभ ले चुके हैं। इस अवसर पर आयुष्मान वय वंदना कार्ड बनाने के लिए कैंप का भी उद्घाटन किया गया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि बुजुर्गों को कार्ड बनवाने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।