आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर भीषण हादसा: 8 की मौत, 40 घायल
जन एक्सप्रेस, कन्नौज: उत्तर प्रदेश के कन्नौज में शुक्रवार को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर एक भीषण सड़क हादसा हो गया। तेज रफ्तार डबल डेकर स्लीपर बस एक खड़े पानी के टैंकर से टकरा गई। इस दर्दनाक हादसे में आठ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 40 से अधिक यात्री घायल हो गए। इनमें 19 की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी घायलों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। राहगीरों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद घायलों को बस से बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया।
ओवरटेक लेन पर खड़े टैंकर से हुई टक्कर
घटना सकरावा थाना क्षेत्र के किमी 141 पर मिश्राबाद गांव के पास हुई। यूपीडा का एक टैंकर ओवरटेक लेन पर खड़ा होकर डिवाइडर की क्यारी में पौधों की सिंचाई कर रहा था। इस दौरान दिल्ली जा रही स्लीपर बस तेज रफ्तार में पीछे से टैंकर में टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों वाहन पलट गए। बस में बैठे कई यात्री बुरी तरह घायल हो गए और कुछ की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के कारण बस और टैंकर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।
मृतकों को निकालने में स्थानीय लोगों और पुलिस की कड़ी मशक्कत
मृतकों में बस चालक प्रेमकुमार (37, राजस्थान), ऋषि यादव (36, कन्नौज), राहुल यादव (25, हरदोई), पूरन पटेल (35, हरदोई), गिरीश यादव (52, लखनऊ), धर्मेंद्र वाशणेय (53, लखनऊ), अकाल ज्योत (34, दिल्ली) और एक अज्ञात महिला शामिल हैं। घटना ने इन परिवारों की खुशियां छीन लीं। हादसे की भयावहता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि घायलों और मृतकों को निकालने में स्थानीय लोगों और पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
गलत लेन पर खड़ा था टैंकर
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि हादसा टैंकर के गलत लेन पर खड़े होने और पीछे चेतावनी बैरियर न लगाए जाने के कारण हुआ। एआरटीओ इज्या तिवारी ने बताया कि टैंकर के खड़े होने के तरीके में लापरवाही बरती गई थी, जो इस बड़े हादसे की वजह बनी। स्थानीय लोगों का कहना है कि टैंकर के पास संकेतक न होने के कारण बस चालक को यह दिखाई नहीं दिया।
डीएम-एसपी ने लिया मौके का जायजा
हादसे की सूचना मिलते ही डीएम शुभ्रान्त कुमार शुक्ल और एसपी अमित कुमार आनंद मौके पर पहुंचे। प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। अधिकारियों ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस हादसे ने सड़क सुरक्षा में लापरवाही की ओर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन ने घायलों को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है।