पति ने दोस्तों के साथ मिलकर की थी पत्नी की हत्या पुलिस ने किया खुलासा

जन एक्सप्रेस बलरामपुर ; जनपद बलरामपुर के थाना गौरा चौराहा पुलिस ने थाना गौरा चौराहा क्षेत्र में हुई अज्ञात महिला के ब्लाइंड मर्डर की सनसनी खेज घटना का खुलासा करते हुए, 03 शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है । अभियुक्तों की निशानदेही पर आला कत्ल व घटना में प्रयुक्त कार बरामद भी बरामद कर लिया है । पति ने ही दोस्तों के साथ मिलकर पत्नी की हत्या किया था ।
पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने 28 मार्च को बताया कि 26 फरवरी 2025 को पीड़ित राजाराम (ग्राम प्रहरी चौबेपुर ) पुत्र झिनकऊ निवासी ग्राम जैतापुर थाना गौरा चौराहा जनपद बलरामपुर द्वारा थाना गौरा चौराहा पर लिखित तहरीर दी गई कि दिनांक 26 फरवरी 2025 को सुबह करीब 06.30 बजे वह अपने घर से ग्राम चौबेपुर की तरफ जा रहा था कि देखा ग्राम महुवा से चौबेपुर जाने वाली नहर पक्की रोड के किनारे एक अज्ञात महिला (उम्र करीब 28 वर्ष) का शव पड़ा है । जो प्रथम दृष्टया सड़क दुर्घटना लग रही थी । मृतका के शव की शिनाख्त के हर संभव प्रयास करते हुए थाना गौरा चौराहा पुलिस ने पंचायतनामा करवा कर पोस्टमार्टम कराया । पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण गला दबाने से होना पाया गया था । जिसके सम्बन्ध में थाना गौरा चौराहा पर सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया था । 27 मार्च 2025 को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि अज्ञात महिला की हत्या कर उसका शव फेंकने वाले अपराधी वैगनआर कार से शिवाघाट की तरफ से भानपुर मुख्य बाजार सड़क तरफ आ रहे हैं । इस सूचना पर विश्वास कर थाना गौरा चौराहा पुलिस, सर्विलांस व स्वाट टीम के साथ शिवाजी घाट जाने वाली मुख्य सड़क पर के किनारे झाड़ियों में गाड़ाबंदी कर बैठ गये । तभी ट्रक की लाइट की रोशनी में एक वैगन आर कार आती दिखाई दी जिसे पुलिस टैक्टिक से रोका गया और गाड़ी में टार्च जला कर देखा तो 03 लोग मौजूद थे । तीनों लोगो से नाम पता पूछा गया तो उन्होने अपना नाम क्रमशः सुनील कुमार ठाकरे पुत्र राम लोट नि0 ग्राम लिदबा ( चक्का चौराहा) थाना सोनहा जनपद बस्ती तथा स्थायी पता ग्राम मसही थाना गौर जनपद बस्ती, गोपाल पुत्र घनश्याम नि0 रानीपुर बाबू थाना गौर जनपद बस्ती तथा जवाहर लाल पुत्र राम वलि नि0 ग्राम बलुवा चौबे थाना गौर जनपद बस्ती बताया । तीनों लोगो से कड़ाई से पूछताछ किया गया तो उन्होने शीलम को मारने व उसकी लाश चौबेपुर जाने वाली नहर के पास पक्की सड़क पर फेंककर एक्सीडेंट का रूप देने के लिए यही गाड़ी वैगनआर चढाने का जुर्म स्वीकार किया और यह भी बताया कि शीलम के मोबाइल को दिल्ली जाने वाली ट्रेन में रख दिया था जिससे प्रतीत हो कि वह कहीं कमाने गयी है । अभियुक्तों की निशादेही घटना में प्रयुक्त आला कत्ल चमड़े की बेल्ट, स्टोल व एक जोड़ी चप्पल इटवा बांसी मार्ग के पुल के पास झाड़ी से बरामद किया गया । पुलिस अधीक्षक द्वारा गिरफ्तार कर्ता टीम को 25,000 रुपए नगद इनाम से पुरस्कृत किया गया । उल्लेखनीय है कि घटना के अनावरण हेतु गठित टीमों से पुलिस अधीक्षक बलरामपुर श्री विकास कुमार द्वारा स्वयं प्रतिदिन हुई घटना के अनावरण प्रगति के संबंध में जानकारी ली गयी एवं टीमों को लगातार दिशा निर्देश दिया गया । घटना के अनावरण में सर्विलांस, सीसीटीवी फुटेज, सोशल मीडिया प्लेटफार्म व मुखबिर के माध्यम से महिला के Blind Murder की घटना का सफल अनावरण किया जा सका । इस घटना के अनावरण में थाना गौरा चौराहा टीम के अतिरिक्त स्वाट व सर्विलांस टीम की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है । पूछताछ करने पर मुल्जिमो ने बताया सुनील और शीलम का विगत करीब ढाई वर्ष से प्रेम प्रसंग चल रहा था । शीलम को सुनील ने बस्ती शहर में किराये का कमरा लेकर वहीं पर रखे थे । सुनील की 07 वर्ष पहले शादी हो चुकी थी और पहली पत्नी से एक लड़का है । कुछ दिनों से शीलम सुनील से शादी करके घर ले चलने का दबाव बना रही थी तो हम लोगों ने सोंचा कि अगर शीलम घर आ गयी तो समाज में बड़ी बदनामी होगी और पहली पत्नी भी बवाल करेगी । हम लोगों ने शीलम को रास्ते से हटाने का मन बना लिया और योजनाबद्ध तरीके से हम लोग 25 फरवरी 25 को शीलम को होटल में खाना खिलाने के बहाने कुटियाज रेस्टोरेंट पटेल नगर बस्ती बुलाया । हम सभी लोग शीलम के साथ खाना खाये और खाना खाने के बाद योजना के तहत और अधिक रात्रि होने के इंतजार में घूमने फिरने के बहाने शीलम को गाड़ी में बैठाकर इधर उधर घूमने लगे । गाड़ी को सुनील चला रहे थे । राम गोपाल व जवाहर लाल पीछे बैठे थे और शीलम सुनील के बगल वाली सीट पर बैठी थी । हम लोग योजनाबद्ध तरीके से सीलम के गले में रामगोपाल ने अपना बेल्ट डालकर कस दिये जवाहर लाल ने हाथ पकड़ लिया और सुनील ने उसका मुंह दबा दिया था । जब बेहोश हो गयी तो उसके स्टोल (दुपट्टा) से गला कसकर हम लोगों ने मार डाला और लाश को चौबेपुर जाने वाली नहर के पास पक्की सड़क पर सीधा सीधा लिटाकर एक्टसीडेंट का रूप देने के लिए लाश पर वैगन आर कार चढ़ा दिया था । हम लोग कुछ दूर जाने के बाद पुनः गाड़ी को वापस मोड़कर इटवा चौराहे से बांसी वाले रोड पर मुड़कर आला कत्ल छिपा दिये थे । साथ ही लोगों को भ्रमित करने के लिए मृतका के मोबाइल को दिल्ली जाने वाली ट्रेन पर रख दिया था, जिससे लोगों को लगे कि शीलम दिल्ली कमाने चली गयी है । घटना में प्रयुक्त आला कत्ल एक बेल्ट, एक अदद स्टोल, मृतका का एक जोड़ चप्पल, घटना में प्रयुक्त वैगनार कार रजि0 नं0 UP 51 BS 163 तथा तीन मोबाइल बरामद किया है । गिरफ्तारी कर्ता टीम में थानाध्यक्ष सतेन्द्र वर्मा, उ0नि0 रमन कुमार वर्मा, उ0नि0 पवन चौहान, हे0का0 प्रभात यादव, हे0का0 विजय कुमार, का0 रामवृक्ष चौधरी, का0 अरविन्द सिंह, का0 श्याम बिहारी, का0 सचिन शर्मा, का0 अभिषेक यादव, चा0 का0 विनोद कुमार यादव, म0का0 निकिता त्रिवेदी, स्वाट टीम (एस.ओ.जी) प्रभारी निरीक्षक सुधीर सिंह, हे0 का0 शशांक यादव, का0 विशाल द्विवेदी, कां0 आदर्श सिंह, कां0 समशेर आलम, कां0 अश्वनी सिंह तथा सार्विलांस टीम के प्रभारी उ0नि0 कर्मवीर सिंह, कां0 शिवसागर, कां0 अखिलेश, का0 श्यामजी शुक्ला व कां0 अंकित कुमार शामिल थे ।